गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए नहीं भटकेंगे झारखंडवासी, यहां बनने जा रहा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल

रांची में कोयला मंत्री ने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।

(फाइल फोटो)

रांची: केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने शुक्रवार को रांची के कांके में केंद्र सरकार के सहयोग से बनने वाले 200 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की आधारशिला रखी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी की दिशा में यह अस्पताल एक मील का पत्थर साबित होगा। केंद्र सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में आम जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए लगातार प्रयासरत है। यह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल कोयला क्षेत्र के विकास और क्षेत्रीय सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

पांच वर्षों तक वित्तीय सहयोग

300 करोड़ की लागत से बनने वाले इस हॉस्पिटल को कोयला कंपनी सीसीएल (सेंट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड) पांच वर्षों तक वित्तीय सहयोग प्रदान करेगी। इस परियोजना के लिए झारखंड सरकार की ओर से 5.5 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है। इसका निर्माण कार्य अगले दो वर्षों में पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य है। इस हॉस्पिटल के संचालन का जिम्मा डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर वैद्यकीय प्रतिष्ठान को सौंपा गया है।

केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने शुक्रवार को रांची में भारतीय कोयला खान संस्थान (आईआईसीएम) का भी दौरा किया, जहां उन्होंने युवा प्रबंधन प्रशिक्षुओं और कोल इंडिया के ‘ज्योति कार्यक्रम’ के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश के विकास में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। 'विकसित भारत' की परिकल्पना को साकार करने के लिए हमें महिलाओं को सशक्त बनाना और उनके योगदान को मान्यता देना आवश्यक है। उन्होंने युवा पेशेवरों को संदेश दिया कि वे अपने कार्य को केवल एक रोजगार के रूप में न देखें, बल्कि इसे देश सेवा के एक अवसर के रूप में अपनाएं। उन्होंने युवाओं से अपने कार्यक्षेत्र में नई सोच और नवाचार को शामिल करने का भी आह्वान किया।

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