Ranchi: डाटम इलाके में जंगली हाथियों का उत्पात, 10 वर्ष के नाबालिग को कुचल मार डाला

Ranchi Elephant Attack: जंगली हाथी ने एक 10 वर्षीय बच्चे को सूंड में उठा कर पटक दिया व बाद में उसे पांवों से कुचल दिया। जिसके चलते मासूम की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने हाथियों को मौके से भगाया। पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान गांव डाटम के रहने वाले विभीषण महतो के पुत्र लाल मोहन के तौर पर हुई है। घटना तिरुलडीह थाना इलाके की है। अब घटना को लेकर पुलिस और वन विभाग के अधिकारी जांच कर रहे हैं।

रांची के डाटम में जंगली हाथी ने 10 वर्ष के बच्चे को मार डाला (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • जंगली हाथी ने एक 10 वर्षीय बच्चे को पांवों से कुचल दिया
  • ग्रामीणों ने हाथियों को मौके से भगाया
  • मृतक की पहचान लाल मोहन के तौर पर हुई

Ranchi Elephant Attack: रांची के कुकडू इलाके के डाटम में इन दिनों जंगली हाथियों के आतंक से लोग भयभीत हैं। आए दिन हाथी बस्तीयों में घुस कर तांडव मचाते हैं। इसी के चलते जंगली हाथी ने एक 10 वर्षीय बच्चे को सूंड में उठा कर पटक दिया व बाद में उसे पांवों से कुचल दिया। जिसके चलते मासूम की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने हाथियों को मौके से भगाया। पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान गांव डाटम के रहने वाले विभीषण महतो के पुत्र लाल मोहन के तौर पर हुई है। घटना तिरुलडीह थाना इलाके की है। अब घटना को लेकर पुलिस और वन विभाग के अधिकारी जांच कर रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक, सरायकेला इलाके में जंगली हाथियों का झुंड लंबे समय से रिहायशी इलाकों में घूम रहा है। यहां एक जंगली हाथी ने बच्चे को कुचलकर कर मार डाला। पुलिस के मुताबिक, घटना के समय मृतक लाल मोहन अपने पिता के साथ बाजार में मुर्गियां बेच कर वापस घर लौट रहा था। इस बीच वो शौच के लिए पास के एक खेत में गया। इस दौरान जंगली हाथियों के झुंड ने उसे घेर लिया। एक जंगली हाथी ने उसे अपनी चपेट में लेकर मार डाला।

वन विभाग के आला अधिकारी पहुंचे मौके परपुलिस के मुताबिक, हादसे के बाद ग्रामीणों ने हाथियों को मौके से हटाया। इसके बाद ग्रामीण मृतक मासूम का शव लेकर गांव में उसके घर गए। हालांकि पुलिस ने घटना से संबंधित दस्तावेज की प्रक्रिया पूरी कर ली थी। मगर वन विभाग व परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए नहीं ले जाने दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इधर,समाजसेवी हरेलाल महतो पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और उन्हें सांत्वना दी। इधर, 10 साल के बेटे की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। पिता बेहोश हो गए, जिन्हें ग्रामीण अस्पताल ले गए। अब विभाग और पुलिस पूरे मामले की पड़ताल में जुटी है।

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