Shiv Baraat in Ranchi: इन 10 जगहों से निकलेगी शिव बारात, जानें रूट और व्यवस्था

Ranchi News: महाशिवरात्रि पर बड़े धूमधाम से शिव बारात निकाली जाएगी। दो साल बाद व्यापाक एवं सुंदर तरीके से भगवान भोलेनाथ का बारात निकलेगा। इसको लेकर तमाम तैयारियां हो चुकी हैं। शहर के अलग-अलग मंदिरों से यह बारात निकाली जाएगी। इसमें दूसरे प्रदेश के कलाकार प्रस्तुति देंगे। इसे देखने के लिए हजारों श्रद्धालु जुटेंगे।

पहाड़ी मंदिर, जहां से निकली शिव बारात

मुख्य बातें
  • कोरोना संक्रमण के कारण दो साल बाद निकाली जा रही धूमधाम से शिव बारात
  • पहाड़ी मंदिर से लेकर शहर के 10 जगहों से निकलेगी बारात
  • भोले बाबा की बारात में दिखेगी शिवलोक से सूबे की संस्कृति की झलक तक
Mahashivratri in Ranchi: दो साल कोरोना संक्रमण के बाद इस साल धूमधाम से महाशिवरात्रि मनाई जा रही है। शहर की 10 जगहों से शिव बारात निकलेगी। पहाड़ी मंदिर समेत 10 जगहों से निकलने वाली शिव बारात में शिवलोक से लेकर झारखंड की संस्कृति तक की झलक दिखाई देगी। झांकी की शोभा बढ़ाने के लिए हरियाणा, पंजाब, दिल्ली से कलाकार आए हैं। कोलकाता की नृत्य मंडली और दुर्ग की प्रसिद्ध बैंड टीम बुलाई गई है। चुटिया से निकाली जाने वाली शिव बारात में इंदौर और कानपुर के प्रसिद्ध कालाकार प्रस्तुति देंगे।
संबंधित खबरें
शहर के हिनू स्थित महामृत्युंजन महादेव मंदिर शिवपुरी से शाम 4 बजे शिव बारात निकाली गई। बारात मंदिर से किलबर्न कॉलोनी, मेन रोड, हिनू चौक, इंदिरा पैलेस, पीएचईडी कॉलोनी, बिहारी मंडप होकर वापस शिवपुरी मंदिर पहुंचेगी। मोरहाबादी के ऐदलहातू से श्री शिव मंडल सेवा समिति द्वारा शिव बारात निकाली गई।
संबंधित खबरें

बारात में देवी-देवता, भूत-प्रेम एवं शिव भक्त

भगवान भोलेनाथ की बारात में विभिन्न देवी-देवता, भूत-प्रेत और शिव भक्त शामिल हुए। प्राचीन श्रीराम मंदिर शिव बारात समिति द्वारा निकाली गई झांकी में सूबे की संस्कृति के मुताबिक ढोल-नगाड़ा, मांदर के साथ बारात के आगे छऊ और पाइका नृत्य मंडली रहेगी। पहाड़ी मंदिर से निकाली गई बारात गाड़ीखाना चौक, अपर बाजार, जेजे रोड, शहीद चौक, फिरायालाल चौक होकर महावीर चौक, रातू रोड होते हुए विश्वनाथ शिव मंदिर पिस्का मोड़ जाएगी। इस जगह भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह कराया जाना है। इससे पहले दोपहर दो बजे रातू रोड के इंद्रपुरी शिव मंदिर से भगवान शिव की बारात निकाली गई। इसमें बसहा बैल पर सवार होकर भगवान शिव निकले थे।
संबंधित खबरें
End Of Feed