Best Places To visit in Ranchi: रांची और आसपास हैं कई खूबसूरत जगह, जरूर करें सैर

Ranchi Tourist Places: गणतंत्र दिवस के जश्न को आप अपने परिवार के साथ कुछ बेहतरीन जगहों पर जाकर दोगुना कर सकते हैं। यह स्थल रांची शहर में हैं। कुछ शहर के आसपास हैं। इन स्थलों पर आप निजी एवं सार्वजनिक वाहन से पहुंच सकते हैं। कुछ ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनके बारे में आपको एवं बच्चों को जानकारी होनी जरूरी है

तोपचांची झील, जिसकी खूबसूरती देखते रह जाएंगे आप

मुख्य बातें
  • स्टेट म्यूजियम होटवार में सूबे की जनजातियां को जान पाएंगे
  • साइंस सेंटर में बच्चों को पता चलेगी साइंस की बारीकियां
  • तोपचांची झील की खूबसूरती का उठाएं आनंद

Ranchi News: रांची में कई ऐसे स्थल हैं, जहां आपको इस गणतंत्र दिवस पर जाना चाहिए। इनमें सबसे पहले हम आपको स्टेट म्यूजियम होटवार के बारे में बता रहे हैं। स्टेट म्यूजियम में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं कलात्मक चीजें आपको देखने को मिलेंगी। यह चार भागों में बंटा म्यूजियम है। मूर्तिकला, पुरातत्व, नृवंशवज्ञान और चित्रकारी दीर्घा हैं। यहां पर्यटकों को रोमांचक एवं सूचनात्मक किताबें एवं पुस्तिकाएं मिलेंगी। म्यूजियम की इमारतों में सूबे के प्रसिद्ध कलाकारों की ऐतिहासिक कलाकृतियां देखने को मिलेंगी।

इस म्यूजियम का प्रवेश शुल्क बच्चों के लिए तीन रुपए, वयस्कों का 5 रुपए और विदेशियों का 100 रुपए प्रति व्यक्ति है। इसके बाद रांची साइंस सेंटर जा सकते हैं। झारखंड काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के तहत बना यह पहला साइंस सेंटर है। राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद ने साइंस सेंटर को संस्कृति मंत्रालय द्वारा विकसित करवाया है। सेंटर की दो इमाते हैं। इनमें तीन स्थाई विषयगत दीर्घाएं हैं। यह 13 एकड़ में बना है। यहां आप एवं बच्चे विज्ञान से जुड़ी पहलुओं को करीब से देख एवं जान सकेंगे।

3 डी प्रोजेक्ट पर मिलेगी विज्ञान की जानकारीरांची साइंस सेंटर पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं एवं उपकरणों से लैस है। यहां आप 3 डी प्रोजेक्टर के माध्यम से साइंस को जान पाएंगे। प्रौद्योगिकी एवं प्रदर्शनी विज्ञान लैब है। इसके अतिरिक्त कॉन्फ्रेंस हॉल, उद्यान, साइंस लाइब्रेरी और बच्चों के कॉर्नर हैं। यहां का प्रवेश शुल्क सभी के लिए 10 रुपए है। शहर में ट्राइबल म्यूजियम है। इसमें आप विभिन्न जनजातियों के जीवन की यात्रा देख एवं समझ सकेंगे। म्यूजियम दैनिक जीवन में कला, संगीत और डांस के महत्व को भी दिखाता है। म्यूजियम में उन उपकरणों और संगीत वाद्ययंत्रों को दिखाने का प्रयास किया है, जो जनजातियों की संस्कृति के पर्याय हैं। इस म्यूजियम में एक साथ 300 लोग रह सकते हैं। यहां प्रवेश निशुल्क है।

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