नोएडा से लेकर मेरठ तक...यूपी से जुड़ा रावण का गहरा कनेक्शन, जानिए इतिहास

रावण महाज्ञानी और महा विद्वान था। खुद प्रभु राम भी उसे महा विद्वानी कहते थे। दशानन को लंका का राजा माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण का यूपी के इन शहरों से क्या संबंध है। अगर नहीं जानते हैं तो आइए जान जानते हैं कि रावण का इन जगहों से क्या नाता है-

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यूपी से रावण का कनेक्शन

जब भी रामायण का जिक्र आता है तो रावण का नाम जरूर लिया जाता है। महान विद्वान, प्रकांड पंडित, महाज्ञानी, राजनीतिज्ञ, महापराक्रमी योद्धा रावण का कई नामों से पुकारे जाने वाले रावण को खुद प्रभु राम भी महा विद्वान कहकर पुकारते थे। वह विश्रवा और कैकसी के पुत्र थे। इसलिए महा पंडित रावण को ब्रह्मराक्षस कहा जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि लंका पति रावण का भारत के उत्तर प्रदेश से क्या संबंध है। अगर नहीं तो आइए आज जानते हैं।

ग्रेटर नोएडा के इस गांव में हुआ था जन्म

रावण ऋषि विश्रवा और कैकसी जो राक्षस कुल की थी उनके पुत्र थे। इसलिए उनमें राक्षसी और क्षत्रिय दोनों गुण थे। इसके साथ ही वह बहुत बड़ा शिव भक्त भी था। रावण का जन्म उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बिसरख गांव में हुआ था। उनके पिता ऋषि विश्रवा का ये गांव था। उन्हीं के नाम से इस गांव का नाम विसरख पड़ा था। विश्रवा ऋषि इसी गांव के एक मंदिर में रोजाना पूजा करने आते थे।

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आज भी मौजूत है वह प्राचीन मंदिर

ग्रेटरन नोएडा में जहां रावण पूजा करता था, आज भी यहां वह प्राचीन मंदिर स्थित है। रावण ने अपने पिता विश्रवा से ही वेदों और पवित्र ग्रंथों का ज्ञान लिया है। इसके साथ ही उसे क्षत्रियों के ज्ञान और युद्धकला में भी महारत हासिल थी। इनता ही रावण एक उतकृष्ण विणा वादक भी था। वह शिव का बहुत बड़ा भक्त था। और कई सालों तक शिव की गहन तपस्या की थी। जिससे प्रसन्न होकर शिव ने रावण को दस सिरों का वरदान दिया था। जिस कारण रावण को दशानन भी कहा जाता है।

यूपी में यहां है रावण का ससुराल

मान्यताओं के अनुसार मेरठ में दशानन का ससुराल है। मेरठ को मयदंत ने बसाया था। मय दानव था और शिल्पकला में निपूर्ण था। मय के नाम से ही मेरठ को पहले मयराष्ट्र के नाम से जाना जाता था। कहा जाता है कि सभी दानवों के विनती करने पर मय ने अपनी पुत्री मंदोदरी का विवाह लंका पति रावसे से किया था। मंदोदरी शिव भक्त थी और उसे शिव से यह वरदान प्राप्त था कि उसका विवाह सबसे पराक्रमी और बुद्धिमाम व्यक्ति से होगा। इस तरह मेरेठ को रावण का ससुराल माना जाता है।

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Maahi Yashodhar author

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