जालौर में रॉयल अंदाज में निकली बारात, इसके आगे हेलीकॉप्टर और लग्जरी गाड़ी सब फेल, देखें वीडियो

जालौर में एक बिजनेसमैन ने अपने बेटे की बारात ऊंटों पर निकाली गई। बाराती भी ऊंट गाड़ियों पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचे। जहां बारात का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि बारात ऊंटों पर निकालकर हमने मैसेज दिया है कि हमारे लिए कल्चर सबसे पहले है।

ऊंटों पर निकली अनोखी बारात

मुख्य बातें
  • ऊंट और ऊंट गाड़ियों पर निकली बारात
  • धोती-कुर्ता और लाल पगड़ी में पहुंचे बाराती
  • बारात दो ऊंटों और 13 ऊंट गाड़ियां शामिल

Jalore News: जालौर में दुल्हन से शादी रचाने के लिए अनोखे अंदाज में बारात निकाली गई। जहां दूल्हा किसी घोड़ा या गाड़ी पर नहीं, बल्कि ऊंट पर सवार था। वहीं बाराती ऊंट गाड़ियों पर सवार थे। सजी-धजी ऊंट गाड़ियों पर लाल गुमटियां बनाई गई थीं। बारातियों ने सूट-बूट की जगह परंपरागत सफेद धोती-कुर्ता और लाल पगड़ी पहनी हुई थी। यह बारात दो ऊंटों और 13 ऊंट गाड़ियों पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंची। इस अनोखी बारात को देख हर कोई हैरान रह गया। लोगों ने रास्ते में अपनी गाड़ी रोकर इस नजारे को अपने कैमरे में भी कैद किया। रेगिस्तान के जहाज पर सवार इस बारात की झलक आप नीचे वीडियो में देख सकते हैं।

ऊंटों से बारात निकालकर दिया मैसेज

जालौर में जहां वर्तमान में कई लोग हेलीकॉप्टर और लग्जरी गाड़ियों से बारात लेकर दुल्हन के घर जाते हैं। वहीं एक बिजनेसमैन ने देसी ठाठ-बाट के साथ बेटे की बारात निकाली। जिसमें लग्जरी गाड़ियों की जगह ऊंट गाड़ियां शामिल थीं। दूल्हा ऊंट पर सवार था और ऊंट पर बैठकर ही उसने तोरण मारा। यह बारात जालौर के बावतरा गांव से वालेरा के लिए निकली थी। बावतरा निवासी बिजनेसमैन वगताराम देवासी के बेटे विक्रम की शादी सायला के वालेरा गांव के किसान सोपाराम की बेटी पारस से गुरुवार रात हुई। वालेरा गांव में बारात का भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने बताया कि 15 ऊंटों पर बारात निकालने का हमने विचार किया। बारात ऊंटों पर निकालकर हमने मैसेज दिया है कि हमारे लिए कल्चर सबसे पहले है। हमारी कोशिश है कि हम अपनी संस्कृति को जीवित रखें। बारात लौटते समय दूल्हा-दुल्हन कार से घर लौटेंगे। हालांकि बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए भी 40 कारों की व्यवस्था की गई थी।

ज्वाइंट फैमिली में रहते है चारो भाई

वगताराम की अफ्रीका और (मैसूर) कर्नाटक में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट हैं। इनमें प्लास्टिक के सभी प्रकार के घरेलू आइटम बनते हैं। वगताराम और हम चार भाई हैं। सभी भाई संयुक्त परिवार में रहते हैं और बिजनेस भी सभी साथ में ही करते हैं। वहीं विक्रम मैसूर यूनिट में डायरेक्टर का पदभार संभाल रहा है। उसकी शादी किसान सोपाराम की बेटी पारस से हुई, वह 10वीं कक्षा तक पढ़ी है। देवासी परिवार में करीब एक सप्ताह से शादी की रस्में चल रही हैं। 7 जुलाई को विनायक पूजन के बाद 10 जुलाई को बिंदौली निकाली गई। जिसके बाद 11 जुलाई की शाम 4 बजे बावतरा से बारात ऊंटों और ऊंट गाड़ियों से रवाना हुई। बारात में मैसूर से बिजनेसमैन दोस्त भी शामिल हुए। उन्हें ऊंट गाड़ी से 15 किलोमीटर तक दुल्हन के घर पहुंचने में बहुत आनंद आया। रात करीब 9 बजे विक्रम ने पारस के साथ फेरे लिए। 13 जुलाई की शाम को नूतर (भोज) का आयोजन है। इस शादी में 2 हजार लोग शामिल हुए।

End Of Feed