मंजिल से ज्यादा रोमांचक होगा सफर, यूपी में बनने वाले हैं 4 नए एक्सप्रेसवे; गियर लगाते पहुंच जाएंगे एमपी-उत्तराखंड

UP Greenfield Expressway: उत्तर प्रदेश में 4 नए एक्सप्रेसवे बनाने की कवायत तेज हो गई है। सरकार ने विन्ध्य एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखंड रीवा एक्सप्रेस-वे, इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक विस्तार करने के लिए बजट देने की घोषणा कर दी है। ये नए हाईटेक सड़क मार्ग छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड पहुंचने का सफर आसान बनाएंगे। आइये जानते हैं इनके रूट मैप क्या हैं?

UP Greenfield Expressway.

यूपी एक्सप्रेसवे

UP Greenfield Expressway: यूपी में लगातार सड़क यातायात को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य चल रहा है। हाईवे के साथ एक्सप्रेसवे की संख्या में इजाफा किया जा रहा है। फिलहाल, राज्य के पास 15 एक्सप्रेसवे हैं, जिनमें से कई पर यातायात के लिए खुले हैं और कई अपने निर्माण के अंतिम दौर में है। अब इन 15 में 4 और नए एक्सप्रेसवे जुड़ने जा रहे हैं। राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में पूर्वांचल से लेकर पश्चिम और बुंदेलखंड तक सफर आसान बनाने के लिए बजट पास किया है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से गंगा एक्सप्रेस-वे कौसिया, जनपद हरदोई वाया फर्रुखाबाद तक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे प्रस्तावित है। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेस-वे को प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए और इसे सोनभद्र से जोड़ते हुए विन्ध्य एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। साथ ही गंगा एक्सप्रेस-वे को विस्तार देकर मेरठ से हरिद्वार तक जोड़ा जाएगा। इसके अलावा बुन्देलखंड रीवा एक्सप्रेस-वे बनाकर यूपी से एमपी को कनेक्ट किया जाएगा। आइये जानते हैं ये हाईटेक मार्ग किन शहरों से होकर गुजरेंगे और इनका कार्य कब तक पूरा होगा?

गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार

गंगा एक्सप्रेसवे यूपी के 12 जिलों कनेक्ट करेगा। यह मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक निर्माण की प्रक्रिया को पूरी करने वाला है। इसकी डेडलाइन प्रयागराज महाकुंभ तक रखी गई थी, लेकिन अभी कुछ कार्य शेष है। अब सरकार गंगा एक्सप्रेसवे को विस्तारित करने का प्लान बनाया है, जो पश्चिमी यूपी में मेरठ से बढ़कर उत्तराखंड के हरिद्वार तक जाएगा और उधर प्रयागराज से बढ़कर मध्य प्रदेश की सीमा को टच करेगा। इतना ही नहीं गंगा एक्सप्रेसवे चित्रकूट एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए गंगा नदी पर 6 लेन का पुल बनाया जा रहा है। प्रयागराज के झूंसी से कनेक्ट करने के लिए एक और चार लेन का पुल बनाया जाएगा। साथ ही यमुना नदी पर एक और सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण होगा। दूसरे चरण में गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मिर्जापुर भदोही से होते हुए वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। वाराणसी और चंदौली से गंगा एक्सप्रेसवे सोनभद्र को हाईवे से जोड़ेगा। इसके दूसरे चरण के निर्माण कार्य के पूरा होने से इसकी लंबाई 900 किलोमीटर से अधिक हो जाएगी। फिलहाल, गंगा एक्सप्रेसवे पर अधिकतम 120 किमी प्रति घंटे के हिसाब से वाहन दौड़ाए जाएंगे। यही कारण है मेरठ से प्रयागराज पहुंचने में महज 8 घंटे का समय खर्च होगा।

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गंगा एक्सप्रेसवे का रूट मैप

इन 12 जिलों में मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज शामिल हैं। यह एक्सप्रेसवे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे को एक साथ जोड़कर उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी को एक बड़ा बढ़ावा देगा। इस हाई स्पीड सड़क मार्ग पर शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर की हवाई पट्टी भी बनाई गई है, जहां से किसी भी आपात स्थिति में भारतीय वायुसेना के विमान उड़ान और लैंड कर सकेंगे। इसके बन जाने से प्रयागराज और दिल्ली के बीच यात्रा का समय 6 से 7 घंटे होने की उम्मीद है। फिलहाल, यात्रियों को दिल्ली से प्रयागराज पहुंचने में करीब 10 से 11 घंटे लगते हैं।

मेरठ-हरिद्वार गंगा एक्सप्रेसवे

अब यूपी सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक विस्तार देने के लिए प्लान तैयार किया है। यह मेरठ से बढ़कर मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार तक विस्तारित होगा। यह विस्तार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच यातायात को सुगम बनाएगा। साथ उद्योग और पर्यटन के क्षेत्र के वरदान साबित होगा। गंगा एक्सप्रेस वे विस्तारीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

जानकारी विवरण
गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई 594 किमी
परियोजना की लागत 40,000 करोड़
शुरुआती बिंदु बिजौली गांव (मेरठ)
अंतिम बिंदु जूडापुर दादू गांव (प्रयागराज)
लेन संख्या 6 से 8 तक विस्तार
विस्तारमेरठ-हरिद्वार-प्रयागराज-मुर्जापुर
गंगा एक्सप्रेसवे उद्घाटन 2025 संभावित
निर्माणकर्ता कंपनी UPEIDA

हरदोई-फर्रुखाबाद-इटावा एक्सप्रेस

इटावा-हरदोई-फर्रुखाबाद ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे इटावा के कुदरैल गांव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से बुंदेलखंड़ एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) को जोड़ने वाले चैनेज से गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। यह 92 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेसवे हरदोई जिले की सवायजपुर तहसील के कौसिया गांव में गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगा। यह नवनिर्मित एक्सप्रेसवे इटावा से हरदोई को वाया फर्रुखाबाद जोड़ेगा। फिलहाल, इस लिंक एक्सप्रेसवे को निर्माण करने के लिए शासन की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद यूपीडा (UPEIDA) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।

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इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेसवे रूट मैप

हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए रेडीकान इंडिया लिमिटेड (Readycon India Limited) को प्रोजेक्ट डेवलेपमेट कंसल्टेंट के रूप में चयन किया गया है। इटावा और फर्रुखाबाद और हरदोई जिले को सीधे जोड़ने वाला लिंक एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करेगा। साथ ही चित्रकूट एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Expressway) से भी जुड़ेगा। सवायजपुर तहसील क्षेत्र के कहराई, नकटौरा सिसला, कहराई नकटौरा पनसाला, रायपुर, तिमिरपुर, सौदापुर, कौसिया ग्राम पंचायतों के साथ शाहाबाद तहसील के नगला मऊ ग्राम पंचायत आ रही हैं। पूरा रोड मैप नक्शा बनने के बाद तय होगा कि किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। किसानों को बैनामा और सर्किल रेट में जो भी अधिक होगा उसका चार गुणा भुगतान दिया जाएगा।

हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे की लागत

यूपीडा हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण में करीब 6600 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। इसमें इटावा के 3, कन्नौज के 2 और मैनपुरी के 29 गांव, फर्रुखाबाद के 35 गांव, शाहजहांपुर के 2 और हरदोई के 4 गांव जुड़ेंगे। फिलहाल, यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का बनाया जाएगा। भविष्य में इसे 8 लेन का किया जा सकता है।

जानकारीविवरण
एक्सप्रेसवे का नाम हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे
एक्सप्रेसवे की लंबाई 92 किलोमीटर
परियोजना की लागत 6600 करोड़ रुपये
हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे कनेक्शन
  • गंगा एक्सप्रेसवे
  • बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
  • निर्माणकर्ता कंपनी यूपीडा
एक्सप्रेसवे के गांव की संख्या 75
निर्माण कंपनीयूपीडा

विंध्य एक्सप्रेसवे रूट मैप

विंध्य एक्सप्रेसवे 5 जिलों से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे का पहला पड़ाव संगम नगरी प्रयागराज होगा। 320 किलोमीटर लंबा विंध्य एक्सप्रेसवे प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली से होते हुए सोनभद्र को कनेक्ट करेगा। यह एक्सप्रेसवे आगे छत्तीसगढ़ और झारखंड को भी जोड़ेगा। विंध्य एक्सप्रेसवे एमपी में विकसित किया जा रहा है, जो भोपाल से सिंगरौली तक 676 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। यह एमपी के भोपाल, दमोह, कटनी, रीवा, सीधी होते हुए सिंगरौली से होकर गुजरेगा, यहीं मिर्जापुर के पास गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगा। एमपी क्षेत्र में इसके आसपास इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलप किया जाएगा, जिससे कारोबार के साथ रोजगार के अवसर खुलेंगे।

बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेसवे

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के रीवा तक विस्तार होने से मुंबई तक जाना काफी आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे से मध्य प्रदेश से यूपी होते हुए इटावा होते हुए दिल्ली का सफर काफी सहज होगा। फिलहाल, 4 लेन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट से इटावा को कनेक्ट करता है। उधर, बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेस के निर्माण से झांसी में निर्माणाधीन डिफेंस कॉरिडोर को नया आयाम मिलेगा और नए निवेशकों का इंट्रेस्ट बढ़ेगा। साथ ही एक्सप्रेसवे के किनारे होटल, ढाबों समेत अन्य इकाइय़ों से रोजगार भी मिलेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे अभी चित्रकूट से इटावा के मध्य 296 किलोमीटर की दूरी तय करता है, जो इधर एनसीआर का रास्ता आसान बनाता है। इसके रीवा तक विस्तारित होने से यूपी और एमपी के बीच सफर काफी आसान होगा।

ग्रीन एक्सप्रेस वे की लागत

बजट में ग्रीन एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए 900 करोड़ रुपये, विंध्‍य एक्सप्रेसवे के लिए 50 करोड़ रुपयेऔर बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेस वे के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ डिफेंस इंड्रस्टियल कॉरिडोर परियोजना के लिए 461 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है। उधर, प्रयागराज में आवागमन को और सुगम बनाने के लिए शास्त्री ब्रिज के समानांतर और सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर दो नए पुलों के निर्माण के लिए प्रावधान किया गया है।

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Pushpendra kumar author

पुष्पेंद्र यादव यूपी के फतेहुपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बचपन एक छोटे से गांव में बीता और शिक्षा-दीक्षा भी उसी परिवेश के साथ आगे बढ़ी। साल 2016 स...और देखें

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