Jhansi News: एक चोर तो दूसरा भाई UP पुलिस का सिपाही, बाप नंबरी तो बेटा निकला 10 नंबरी!
उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात एक पुलिस सिपाही का भाई बड़ा चोर निकला। जिसे झांसी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसपर 26 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इस अपराध में सिपाही का पिता भी चोर बेटे का भरपूर साथ देता था।
सिपाही का भाई बड़ा चोर निकला
झांसी: आपने बचपन में चोर सिपाही का खेल बहुत खेला होगा, जिसमें आपके सगे भाई बहन शामिल होते होंगे। लेकिन, यूपी के झांसी में सच में एक सिपाही का भाई चोर बनकर लंबे हाथ साफ करता रहा। फिलहाल, पुलिस ने कई मामलों में वांछित चोर दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं पुलिस ने चोरी के 20 से अधिक मामलों में वांछित चोर दीपक यादव और उसके पिता यादवेंद्र यादव समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस की जांच में चोरों के पास से 50 लाख रुपये तक की कीमत के गहने मिले हैं। झांसी पुलिस के मुताबिक, आरोपी का भाई पलिस कमिश्नरेट में तैनात है। हालांकि, अबतक हुए चोरी के अपराधों में उसकी भूमिका सामने नहीं आई है। सूत्रों के मुताबिक, साफ-सुथरा रिकॉर्ड रखने वाले सिपाही भाई ने बहुत पहले ही परिवार से नाता तोड़ लिया था।
इतना चोरी का माल बरामद
दरअसल, मुखबिर की सूचना पर सीपरी बाजार थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडे और उनकी टीम ने 24 अक्टूबर की रात पंचवटी चौराहे के पास से तीन बदमाशों को गिरफ्तार में सफलता पाई। उनके पास से 50 लाख रुपये के आभूषण, एक देशी पिस्तौल और 11,000 रुपये नकद बरामद हुए हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम दीपक यादव, यादवेंद्र यादव (59) और रहीम मिर्जा (27) बताया। एसएचओ ने कहा कि दीपक के खिलाफ 26 मामले हैं, जिनमें दो हत्याएं, हत्या का प्रयास, डकैती, डकैती, चोरी और 2008 के शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन शामिल हैं, जबकि रहीम मिर्जा के खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं।
2019 में गैंगस्टर एक्ट की हुई कार्रवाई
थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडे ने बताया कि दीपक की लूटी और चोरी की गई रकम को यादवेंद्र एक ज्वैलर्स की दुकान पर ले जाता था। पुलिस को बाद में पता चला कि यादवेंद्र दुकान पर नियमित रूप से आता था और उसका दूसरा बेटा पुलिस विभाग में था। दीपक और गिरोह के चार अन्य सदस्यों के खिलाफ 2019 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, दो सदस्य अभी भी फरार हैं।
ये है क्रिमिनल हिस्ट्रीजानकाकी के मुताबिक, साल 2004 में कक्षा 9 में दो बार फेल होने के बाद दीपक ने स्कूल छोड़ दिया और आवरा लड़कों का साथ पकड़ लिया। वह बुरी संगत में पड़ गया और उसने अपना पहला अपराध -जुआ जो 2008 में किया। पुलिस ने कहा कि 2010 तक उसके खिलाफ पहला हत्या का मामला दर्ज किया गया था। दूसरी ओर उनके छोटे भाई ने 21 साल की उम्र में स्नातक पास होने के बाद यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा पास कर ली। वह 2022 में हेड कांस्टेबल बन गए। पुलिस ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार से भी नाता तोड़ लिया है।
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