Baba Vishwanath Royal Turban: जरी, मोती, नगीने से राजशाही पगड़ी पहनेंगे बाबा विश्वनाथ

Varanasi News: बाबा विश्वनाथ के श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर है। अब बाब विश्वनाथ के सिर पर राजशाही पगड़ी शोभेगी। पगड़ी रंगभरी एकादशी पर मंदिर में चढ़ाई जाएगी। इस पगड़ी को बाबा की पगड़ी को लंबे समय से सजाने वाले शख्स बनाया है। इसको लेकर मंदिर कमेटी के सदस्यों में काफी उत्साह है।

बाबा विश्वनाथ, जिन्हें पहनाई जाएगी राजशाही पगड़ी

मुख्य बातें
  • नंदलाल अरोड़ा ने तैयार की है पगड़ी
  • रंगभरी एकादशी पर बाबा को चढ़ाई जाएगी पगड़ी
  • पगड़ी में कलंगी और सुरखाब का पर भी लगा

varanasi Baba Vishwanath: पहली बार श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में बाबा को राजशाही पगड़ी पहनाई जाएगी। बाबा विश्वनाथ की पगड़ी को तीन पीढ़ियों से सजा रहे नंदलाल अरोड़ा नई पगड़ी बनाई है। बाबा को यह पगड़ी रंगभरी एकादशी पर चढ़ाई जाएगी। नंदलाल अरोड़ा ने अपने परिवार वालों की मदद से यह पगड़ी बनाई है। फिलहाल मखमल की टोपी पर जरी, मोती, नगीने और लैस का काम कराया जाना है। पगड़ी में कलंगी और सुरखाब का पर लगाया जाएगा।

रंगभरी एकादशी पर पूर्व महंत के आवास से बाबा विश्वनाथ सपरिवार लाल रंग की राजशाही पगड़ी पहनकर अपने राजसी वेश में शहर की गलियों में घूमेंगे। खास बात है कि इस दिन बाबा विश्वनाथ जिस पगड़ी को पहनकर भ्रमण पर निकलते हैं, वह हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। पगड़ी को गयासुद्दीन बनाते हैं, जिसे नंदलाल द्वारा सजाया जाता है। गयासुद्दीन के पूरे परिवार ने पगड़ी बनाने में अपनी-अपनी भूमिका निभाई है।

अगली पीढ़ी भी बाबा की पगड़ी सजाने को तैयारनंदलाल अरोड़ा के मुताबिक उनके दादा मुकुंद लाल अरोड़ा ने बाबा विश्वनाथ की पगड़ी सजाने का काम शुरू किया था। फिर उनके पिता कृष्ण लाल अरोड़ा ने यह काम किया। अब वह अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। नंदलाल के बाद इनका बेटा मोहित दास द्वारा बाबा विश्वनाथ की पगड़ी सजाई जाएगी।

तिरुपति बालाजी की तरह चढ़ेगा लड्डूतिरुपति बालाजी की तरह ही बहुत जल्द बाबा विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू चढ़ेगा। इस प्रस्ताव पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास जल्द ही मुहर लगाएगा। इसके बाद प्रसाद का जीआई रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा। ताकि प्रसाद की गुणवत्ता और शुद्धता कायम रहे। शिव भक्त द्वारा मंदिर के काउंटर से प्रसाद की खरीदारी की जाएगी। ऑनलाइन ऑर्डर करने पर भी प्रसाद मिलेगा।

मंदिर में आरती के टिकट का बढ़ा दामश्रद्धालुओं की मंदिर में बढ़ती भीड़ के मद्देनजर आरतियों के टिकट का शुल्क बढ़ा दिया गया है। अब यहां मंगला आरती के लिए 350 रुपए की जगह 500 रुपए देने पड़ेंगे। सप्तऋषि आरती, शृंगार भोग आरती, मध्याह्न भोग आरती के लिए 180 रुपए निर्धारित किया गया है। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 105 करोड़ रुपए की आय और 40 करोड़ रुपए के खर्च का लक्ष्य तय हुआ है।

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