बनारसी पान व लंगड़ा आम को मिला जीआई टैग, देखें सूची में और कौन-कौन से नाम
काशी और पूर्वांचल क्षेत्र में 18 जीआई उत्पाद थे। इनमें बनारस ब्रोकेड और साड़ी, हस्तनिर्मित भदोही कालीन, मिजार्पुर हस्तनिर्मित कालीन, बनारस मेटल रेपोसी क्राफ्ट, वाराणसी गुलाबी मीनाकारी, वाराणसी लकड़ी के लाख के बर्तन और खिलौने, निजामाबाद काली पत्री, बनारस ग्लास शामिल थे।



बनारसी पान को मिला जीआई टैग
वाराणसी: मशहूर बनारसी पान को भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग मिला है। यह टैग दर्शाता है कि किसी विशिष्ट भौगोलिक स्थान के उत्पादों में ऐसे गुण होते हैं, जो उस मूल के कारण होते हैं। अपने लजीज स्वाद के लिए मशहूर बनारसी पान खास सामग्री से अनोखे तरीके से बनाया जाता है।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित जीआई विशेषज्ञ रजनीकांत ने कहा कि बनारसी पान के साथ, वाराणसी के तीन अन्य उत्पादों बनारसी लंगड़ा आम, रामनगर भांटा (बैंगन) और आदमचीनी चावल को भी जीआई टैग मिला है। इसके साथ, काशी क्षेत्र अब 22 जीआई टैग उत्पादों का दावा करता है।
20 उत्पादों के सामने आए थे आवेदननाबार्ड (नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट) उत्तर प्रदेश के सहयोग से, कोविड चरण के दौरान 20 राज्य-आधारित उत्पादों के लिए जीआई आवेदन दायर किए गए थे। इनमें से 11 उत्पाद, जिनमें सात ओडीओपी और काशी क्षेत्र के चार उत्पाद शामिल हैं, को नाबार्ड और योगी आदित्यनाथ सरकार की मदद से इस साल जीआई टैग मिला है।
सालाना कारोबार 25,500 करोड़ कारजनीकांत ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के जीआई उत्पादों को बनाने में कारीगरों सहित कुल 20 लाख लोग शामिल हैं, जिनमें वाराणसी के लोग भी शामिल हैं।
इन उत्पादों का सालाना कारोबार 25,500 करोड़ रुपये आंका गया है। उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि अगले महीने के अंत तक बाकी नौ उत्पादों को भी देश की बौद्धिक संपदा में शामिल कर लिया जाएगा।
देखिए किन उत्पादों को मिला जीआई टैगइनमें बनारस का लाल पेड़ा, चिरईगांव गूसबेरी, तिरंगी बर्फी, बनारसी ठंडाई और बनारस लाल भरवा मिर्च आदि शामिल है। इससे पहले, काशी और पूर्वांचल क्षेत्र में 18 जीआई उत्पाद थे। इनमें बनारस ब्रोकेड और साड़ी, हस्तनिर्मित भदोही कालीन, मिजार्पुर हस्तनिर्मित कालीन, बनारस मेटल रेपोसी क्राफ्ट, वाराणसी गुलाबी मीनाकारी, वाराणसी लकड़ी के लाख के बर्तन और खिलौने, निजामाबाद काली पत्री, बनारस ग्लास शामिल थे। बीड्स, वाराणसी सॉफ्टस्टोन जाली वर्क, गाजीपुर वॉल हैंगिंग, चुनार सैंडस्टोन, चुनार ग्लेज पटारी, गोरखपुर टेराकोटा क्राफ्ट, बनारस जरदोजी, बनारस हैंड ब्लॉक प्रिंट, बनारस वुड काविर्ंग, मिजार्पुर पीतल के बर्तन और मऊ की साड़ी शामिल है।
नाबार्ड के एजीएम अनुज कुमार सिंह ने कहा कि आने वाले समय में नाबार्ड इन जीआई उत्पादों को आगे ले जाने के लिए कई तरह की योजनाएं शुरू करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि वित्तीय संस्थान उत्पादन और विपणन के लिए सहयोग प्रदान करेंगे। 1,000 से अधिक किसानों को पंजीकृत किया जाएगा और जीआई अधिकृत उपयोगकर्ता प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | वाराणसी (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
Hathras Stampede Case: सत्संग में मारे गए थे 121 लोग, आरोपी बाबा अब भी सेफ; अगली सुनवाई में कोर्ट का कैसा रहेगा रवैया?
जेवर एयरपोर्ट के पास अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, भूमाफिया एयरपोर्ट की जमीन पर...
बरेली में गैस एजेन्सी के ट्रक में लगी आग, एक के बाद एक 345 से अधिक सिलेंडर फटे
तेजस्वी ने नीतीश कुमार की ऐसे की नकल, बोले- भांडा फोड़ने का वक्त नहीं; 'आप सब तो जनबै करते हैं; वीडियो देख नहीं रुकेंगे ठहाके
दिल्ली वालों को लगेगा करंट! मंत्री आशीष सूद ने दिए इलेक्ट्रिसिटी टैरिफ बढ़ाने के संकेत
Who Won Yesterday IPL Match 24 March 2025, DC vs LSG: कल का मैच कौन जीता? Delhi Capitals vs Lucknow Super Gaints, दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स मैच में दिल्ली ने मारी बाजी, देखें मैच हाइलाइट्स,अवार्ड्स की सभी डिटेल्स
DC vs LSG: कौन हैं विस्फोटक बल्लेबाज आशुतोष शर्मा जिन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के जबड़े से छीन ली जीत
Mumbai: सायन-धारावी लिंक रोड पर गैस सिलेंडर ले जा रहे ट्रक में लगी आग, लगातार हो रहे धमाके
जस्टिस वर्मा ट्रांसफर: सुप्रीम कोर्ट-इलाहाबाद HC में ठनी! 25 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएगा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन
Hathras Stampede Case: सत्संग में मारे गए थे 121 लोग, आरोपी बाबा अब भी सेफ; अगली सुनवाई में कोर्ट का कैसा रहेगा रवैया?
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited