Gyanvapi ASI Report: ज्ञानवापी मस्जिद रिपोर्ट से भड़के मुस्लिम पक्ष ने मीडियाकर्मियों से की धक्का-मुक्की !, देखें Video
Gyanvapi ASI Report: ज्ञानवापी पर एएसआई सर्वे रिपोर्ट आने के बाद पहली नमाज शुक्रवार को अदा की गई है वहीं एएसआई रिपोर्ट पर बात करने को लेकर नमाजियों ने मीडियाकर्मियों से धक्का-मुक्की की।
ज्ञानवापी पर एएसआई सर्वे रिपोर्ट आने के बाद पहली नमाज शुक्रवार को अदा की गई
बताते हैं कि शुक्रवार को नमाज अदा करने के बाद जब अंजुमन इंतेजामिया कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी से बात करने की कोशिश की गई तो वहां मौजूद अन्य नमाजियों ने बात करने नहीं दिया और बातचीत कर रहे मीडियाकर्मियों से धक्का-मुक्की की।
सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि कैसे मस्जिद से निकलने के बाद अंजुमन इंतेजामिया कमिटी के जॉइंट सेक्रेटरी को साथी नमाजियों ने बोलने से रोक दिया। जॉइंट सेक्रेटरी केवल गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दे पाए और आगे कुछ नहीं बोल पाए धक्का-मुक्की करते हुए नमाजी उन्हें आगे बढ़ा ले गए।
ASI की रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा
वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद केस में एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिससे हिंदू पक्ष का दावा मजबूत हो गया है। ASI यानि कि भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में साफ हो गया है कि आज जहां ज्ञानवापी मस्जिद मौजूद है, वहां पहले से ही एक पुराना मंदिर मौजूद था। उसी के अवशेषों पर यह मस्जिद बनी है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने गुरुवार को ASI की रिपोर्ट के हवाले से यह बात कही है।
ASI रिपोर्ट के लिए 11 लोगों ने किया था आवेदन
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी मस्जिद परिसर पर एएसआई सर्वेक्षण रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों सहित कुल 11 लोगों ने अदालत में आवेदन किया था। जिसके बाद यह रिपोर्ट मिली है।
सर्वेक्षण रिपोर्ट में मंदिर के अस्तित्व के पर्याप्त सबूत मिलने की बात कही गई
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि एएसआई की 839 पन्नों वाली सर्वेक्षण रिपोर्ट की प्रतियां गुरुवार को देर शाम अदालत द्वारा संबंधित पक्षों को उपलब्ध करा दी गईं। जैन ने कहा कि सर्वेक्षण रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो गया है कि मस्जिद पूर्व में मौजूद मंदिर को तोड़कर उसके अवशेषों पर बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण रिपोर्ट में मंदिर के अस्तित्व के पर्याप्त सबूत मिलने की बात कही गई, जिस पर मस्जिद का निर्माण किया गया था।
देवनागरी, तेलुगु और अन्य भाषा लिपियों में तीन दर्जन शिलालेख
उन्होंने यह भी कहा कि कथित प्राचीन मंदिर में देवनागरी, तेलुगु और अन्य भाषा लिपियों में लगभग तीन दर्जन शिलालेख भी एएसआई ने पाए हैं। जैन ने रिपोर्ट पढ़ते हुए कहा-'एएसआई ने कहा है कि सर्वेक्षण के दौरान, मौजूदा और पहले से मौजूद संरचना पर कई शिलालेख देखे गए। वर्तमान सर्वेक्षण के दौरान कुल 34 शिलालेख दर्ज किए गए और 32 मुद्रांकित पृष्ठ लिए गए।'
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