E-Buses in Varanasi: वाराणसी में डीजल की जगह अब ई-बसें चलेंगी, मार्च में 50 और आएंगी
Varanasi E-Bus Service: वाराणसी में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। गंगा नदी में डीजल मोटरबोट का परिचालन बंद कराने के आदेश के बाद अब शहर में डीजल बसों के परिचालन बंद करने का निर्णय लिया गया है। परिवहन निगम की सभी डीजल बसों का परिचालन बंद होगा। अब ई-बसें परिचालित की जाएंगी। ई-बसें और मंगवाई जा रहीं हैं।
वाराणसी में बंद होगी डीजल बसें और आएंगी ई-बस (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
- वाराणसी में पूरी तरह से बंद होगा डीजल बसों का परिचालन
- अभी परिवहन निगम की चल रहीं 103 डीजल बसें
- तरना और कैंट क्षेत्र में बनाया जाएगा ई-बसों का नया चार्जिंग स्टेशन
Varanasi News: वाराणसी परिवहन निगम ने पर्यावरण संरक्षण एवं खर्च कम करने के लिए डीजल बसों का परिचालन बंद करने का निर्णय लिया है। इनकी जगह ई-बसों का परिचालन बढ़ाया जाएगा। परिवहन विभाग के मुताबिक, मार्च तक 50 ई-बसें आ जाएंगी। इनके लिए तरना और कैंट इलाके में नया चार्जिंग स्टेशन बनाया जाएगा। इसको लेकर कवायद तेज कर दी गई है। फिलहाल शहर में परिवहन निगम की डीजल वाली 103 बसें परिचालित हो रहीं हैं।
फिलहाल वाराणसी में 50 ई-बसें चल रहीं हैं। मार्च में 50 और बसे आ जाने पर इनकी संख्या 100 हो जाएगी। फिर 150 और ई-बसें मंगवाई जाएंगी। परिवहन निगम की योजना है कि वाराणसी शहर में कुल 250 ई-बसें परिचालित की जाए। इसको ध्यान में रखकर तैयारी भी चल रही है।
दोनों चार्जिंग स्टेशन पर एक समय में 10-10 बसें होंगी चार्जविभागीय अधिकारी के मुताबिक तरना और कैंट इलाके में नया चार्जिंग स्टेशन बन जाने के बाद बसों को चार्ज करने की समस्या हल हो जाएगी। इन दोनों स्टेशन पर एक समय में 10-10 बसें चार्ज की जा सकेंगी। मिर्जामुराद में पहले से ही चार्जिंग स्टेशन चालू है। इस स्टेशन के सहारे 25 किलोमीटर के दायरे में ई-बसें परिचालित की जाती हैं। इस बारे में परिवहन निगम के रीजनल मैनेजर गौरव वर्मा का कहना है कि, डीजल से चलने वाली सभी सीटी बसों का परिचालन बंद कर दिया जाना है। मार्च तक 50 ई-बसें आ जाएंगी। काशी में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में उनकी सुविधाओं का ख्याल रखते हुए ई-बसों के परिचालन पर जोर दिया जा रहा है।
बसों में अब महिलाएं भी होंगी परिचालकपरिवहन निगम की बसों और ई-बसों में अब महिलाएं भी परिचालक होंगी। महिलाओं को चालक के रूप में भी मौका दिया जाएगा। मंडल में 503 बसें और 50 ई-बसें परिचालित हो रहीं हैं। रोडवेज बसों में परिचालक के रूप में 50 महिलाएं और युवतियां हैं। अब गाजियाबाद और कानपुर की तरह वाराणसी मंडल में भी महिलाओं को चालक बनने का अवसर दिया जाएगा। इस बारे में परिवहन निगम के रीजनल मैनेजर गौरव वर्मा का कहना है कि, वरीयता के आधार पर महिलाओं को चालक बनाया जाएगा। इन्हें ई-बस चलाने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
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