PM Modi in Kashi: BHU में पीएम का भोजपुरिया अंदाज, अगले टर्म में दी विकास की गारंटी! कहा-परंपराओं को पुनर्जीवित कर रहा काशी

PM Modi in Kashi: पीएम मोदी ने सांसद ज्ञान प्रतियोगिता में कहा कि अगले पांच वर्षों में देश नए आत्मविश्वास से विकास को नई रफ्तार देगा। देश सफलताओं के नए प्रतिमान गढ़ेगा और ये मोदी की गारंटी है।

सांसद ज्ञान प्रतियोगिता में बोलते पीएम मोदी

PM Modi in Kashi: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को यहां काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के स्वतंत्रता भवन में सांसद ज्ञान प्रतियोगिता के प्रतिभागियों, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के प्रतिभागियों से संवाद करने पहुंचे। यहां पहुंचने पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने उनका स्‍वागत किया। प्रधानमंत्री ने यहां लगायी गयी चित्र प्रदर्शनी दीर्घा का अवलोकन भी किया। सीएम योगी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री को दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता बताते हुए कहा कि आज मैं उनका उन्हीं की काशी में हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं। वहीं, पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि अगले पांच वर्षों में देश नए आत्मविश्वास के साथ विकास को नई रफ्तार देगा। देश सफलताओं के नए प्रतिमान गढ़ेगा और ये मोदी की गारंटी है।

काशी में करने वाले तो महादेव-पीएम

काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के दौरान पीएम ने कहा कि विश्वनाथ धाम भारत को एक निर्णायक दिशा देगा और भारत को उज्जवल भविष्य की ओर लेकर जाएगा। विश्वनाथ धाम भारतीय परंपरा को भी पुनर्जीवित कर रहा है। काशी में शास्त्रीय स्वरों के साथ-साथ शास्त्र के संवाद भी गूंज रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि ‘हम सब तो निमित्त मात्र हैं, काशी में करने वाले तो महादेव हैं। जहां महादेव की कृपा हो जाती है, वह धरती ऐसे ही संपन्न हो जाती है। काशी में विकास का डमरू बज रहा है। पीएम ने कहा कि काशी संसद प्रतियोगिता और काशी सांसद ज्ञान प्रतियोगिता भी इसी प्रयास का एक हिस्सा है। संस्कृत पढ़ने वाले हजारों युवाओं को किताबें कपड़े और जरूरी संसाधनों के साथ-साथ स्कॉलरशिप की उपलब्ध कराई जा रही है।

संस्कृत ही वैज्ञानिक शोध की भाषा-मोदी

पीएम ने कहा कि जल्द ही मंदिर समेत कई स्थानों पर निशुल्क भोजन की व्यवस्था भी शुरू होने जा रही है। मंदिर यह सुनिश्चित करेगा की मां अन्नपूर्णा की नगरी में कोई भूखा नहीं रहेगा। नई काशी नए भारत के लिए प्रेरणा बनकर ऊभरी है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आशा करता हूं यहां से निकली प्रतिभाएं पूरे विश्व में भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कृति की ध्वजवाहक बनेंगी। ज्ञान विज्ञान और आध्यात्मिक उत्थान में जिन भाषाओं का सबसे बड़ा योगदान रहा है, संस्कृत उन में सबसे प्रमुख है। संस्कृत उसकी प्रमुख अभिव्यक्ति है। संस्कृत उसके इतिहास का प्रमुख केंद्र है। पीएम ने कहा कि एक समय था, जब हमारे देश में संस्कृत ही वैज्ञानिक शोध की भाषा होती थी। एस्ट्रोनॉमी में सूर्य सिद्धांत, मेडिकल साइंस में चरक और शुक संहिता समेत कई ग्रंथ संस्कृत में ही लिखे गए थे।

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Pushpendra kumar author

पुष्पेंद्र यादव यूपी के फतेहुपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बचपन एक छोटे से गांव में बीता और शिक्ष...और देखें

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