Kashi Vishwanath dham Offering: विश्वनाथ धाम में मिलने लगा प्रसाद, बाजरा और तिल के लड्डू का प्रसाद है बेहद स्वादिष्ट

Varanasi News: बाबा भोलेनाथ के श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ धाम का अपना प्रसाद बनने लगा है। अब श्रद्धालु मंदिर का भी प्रसाद विश्वनाथ बाब को भोग लगा सकेंगे। पहले श्रद्धालु मंदिर परिसर के बाहर से प्रसाद खरीदते थे। कुछ महीनों से मंदिर के अपने प्रसाद को लेकर कवायद चल रही थी। प्रसाद काफी शुद्ध एवं किफायती है।

काशी विश्वनाथ धाम से मिलने लगा अपना प्रसाद

मुख्य बातें
  • श्रद्धालुओं को मिलेग तिल के लड्डू का प्रसाद
  • स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की मदद से बनवाए गए हैं लड्डू
  • प्रसाद का नाम है श्री अन्न प्रसादम्

Kashi Vishwanath dham laddoo: अब श्रद्धालुओं को श्री काशी विश्वनाथ धाम का बाजरा और तिल के लड्डू का प्रसादम् मिलेगा। राज्य सरकार की पहल पर मंदिर में मोटे अनाज (मिलेट्स) का लड्डू प्रसादम् मिलने लगा है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की मदद से श्री काशी विश्वनाथ धाम के लिए लड्डू बनवाए गए हैं। इस प्रसाद का नाम श्री अन्न प्रसादम् रखा गया है। इस बारे में स्वत: रोजगार उपायुक्त दिलीप सोनकर का कहना है कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पहले से ही प्रसाद बनाया जा रहा था। अब यह महिलाएं श्री अन्न प्रसादम् बना रहीं हैं। इसकी कीमत अधिक नहीं है।

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पहले से बिक रहे प्रसाद के बराबर ही कीमत तय हुई है। श्री अन्न प्रसादम् की शुद्धता का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। श्री अन्न प्रसादम् बना रहीं सुनीता जायसवाल का कहना है कि बाजरा, गुड़, तिल, काजू, बादाम, शुद्ध घी, खोवा से यह प्रसाद बनाया जा रहा है। फिलहाल 100 और 200 ग्राम के लड्डू के पैकेट बाबा विश्वनाथ धाम के दरबार में प्रसाद के रूप में बेचने के लिए रखे गए हैं। बहुत जल्द पैकेट में प्रसाद का मात्रा बढ़ाया जाएगा।

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पीएम ने की थी अपीलप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटे अनाज को श्री अन्न बताया था। पीएम ने यह भी कहा था कि अनाज पोषक तत्वों से भरा है, जिसे खाने की थाली में जरूर शामिल किया जाना चाहिए। उनकी इस अपील को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मूर्तरूप दे रहे हैं। इसे मंदिर के प्रसाद के रूप में जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। इससे मंदिर का अपना प्रसाद भी होगा और श्रद्धालुओं की आस्था भी प्रगाढ़ होगी। प्रसाद से मंदिर की आय में भी इजाफा होगा। इसके अतिरिक्त कुछ लोगों को रोजगार भी मिल जाएगा।

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