Varanasi News: काशी में बारिश के लिए शहनाई वंदन, इंद्रदेव को रिझाने के लिए बजाई गई राग मेघ धुन
Varanasi News: देशभर में गर्मी से बेहाल लोग राहत की बारिश का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच वाराणसी में गंगा की गोद में खड़े होकर इंद्रदेव को रिझाने के लिए शहनाई वादक ने राग मेघ की धुन बजाई और इंद्र देव को प्रसन्न करने का प्रयास किया।
काशी में बारिश के लिए शहनाई वंदन
Varanasi News: इस साल उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी। भीषण गर्मी के साथ लू का प्रकोप लोगों को चैन लेने नहीं दे रहा। गर्मी में लोग कूलर और एसी के सहारे है, लेकिन गर्मी इतनी अधिक है की फैन और कूलर का असर महसूस ही नहीं हो रहा। देश के कुछ क्षेत्र तो आग की भट्टी बने हुए हैं। यूपी सहित देश के कई हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। गर्मी से बेहाल लोग हर तरफ अब बारिश का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच वाराणसी में प्रचंड गर्मी से राहत पाने के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य शहनाई वादक ने मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई बजाई।
बारिश के लिए इंद्रदेव को रिझाने की कोशिश
वाराणसी के तुलसी घाट पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य शहनाई वादक पंडित महेंद्र प्रसन्ना ने अपने सहयोगियों के साथ मां गंगा की गोद में खड़े होकर राग मेघ की प्रस्तुति के साथ गीत पर शहनाई की धुन बजाई। काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य शहनाई वादक पंडित महेंद्र प्रसन्ना ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि मैंने बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया और फिर मां गंगा को पुष्प और अगरबत्ती दिखाकर सूर्यदेव और इंद्रदेव को प्रसन्न करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा मैंने इसलिए किया है क्योंकि इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी है। उन्होंने कहा कि गर्मी से पूरे देश की स्थिति बेहाल है, इसलिए मैंने पूरे देश के जन मानस की ओर से बाबा इंद्रदेव को प्रसन्न करने का कार्य किया है। मैंने शहनाई से राग मेघ और बधाई धुन बजाई। इससे 24 घंटे बाद निश्चित तौर पर वाराणसी में बारिश होगी। संगीत से भगवान प्रसन्न होते हैं और मुझे उम्मीद है कि अगले 24 घंटे में अच्छी बारिश होगी। बता दें कि राग मेघ के अलावा उन्होंने 'बरसो बरसो रे काली बदरिया... झिमिर-झिमिर बरसो इंद्र काशी नगरिया' गीत पर भी शहनाई बजाई। उन्होंने कहा कि संगीत से भगवान खुश होते हैं। हमने भी संगीत के माध्यम से इंद्रदेव को खुश करने का प्रयास किया है।
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