Vande Bharat Express: काशी को जल्‍द मिल सकती है एक और वंदे भारत, पांच घंटे में पहुंचेंगे वाराणसी से लखनऊ

Vande Bharat Express: वंदे भारत एक्‍सप्रेस देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन है। इसे 18 फरवरी 2019 को वाराणसी से दिल्ली के लिए के लिए चलाया गया था। इस ट्रेन सेवा का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया था।



वंदे भारत एक्‍सप्रेस। (सांकेतिक फोटो)

Vande Bharat Express: केंद्र सरकार देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों को वंदे भारत एक्‍सप्रेस की सौगात दे रही है। इसी कड़ी में अब काशी-अयोध्या आस्था सर्किट पर एक और वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेन चलाने की योजना बनाई जा रही है। दरअसल, उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने भारतीय रेलवे बोर्ड को इसके लिए एक प्रपोजल भेजा था। जिसके बाद ट्रेन के रूट को लेकर अभी विचार-विमर्श चल रहा है। कहा जा रहा है मंथन के बाद यदि स्थितियां सामान्‍य नजर आती हैं तो इसी साल के अंत तक वाराणसी को एक और वंदे भारत की सौगात मिल जाएगी।

इस रूट पर रफ्तार भरेगी वंदे भारत

वंदे भारत एक्‍सप्रेस देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन है। इसे 18 फरवरी 2019 को वाराणसी से दिल्ली के लिए के लिए चलाया गया था। इस ट्रेन सेवा का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया था। बाद में टी-18 रैक से शोभायमान इस वंदे भारत ने रेल यात्रियों का ध्‍यानाकर्षण किया। बहरहाल, भारत सरकार का प्रयास है कि देश के सभी प्रमुख शहरों को वंदे भारत रेल सेवा से जोड़ा जाए। इस लकीर को आगे बढ़ाते हुए लखनऊ मंडल प्रशासन ने लखनऊ-अयोध्या वाया प्रयागराज-वाराणसी रूट पर वंदे भारत चलाने का प्रस्‍ताव भेजा।

टाइमिंग भी समझ लें

अब तक प्राप्‍त जानकारी के मुताबिक ऐसा कहा जा रहा है कि, वाराणसी जंक्शन से दोपहर एक से तीन बजे तक प्रस्‍तावित वंदे भारत एक्‍सप्रेस चलेगी। तत्‍पश्‍चात वाया जंघई प्रयागराज के रास्ते अयोध्या और बाद में लखनऊ पहुंचेगी। इस दौरान सुल्तानपुर या फिर प्रतापगढ़ स्टेशन पर हाल्ट दिए जाने पर मंथन हो रहा है। वहीं, अधिकारियों ने कहा कि, कोशिश रहेगी लखनऊ से सुबह छह बजे फिर इस ट्रेन का संचालन हो और तकरीबन साढ़े पांच घंटे के अंदर वंदे भारत एक्‍सप्रेस वाराणसी से लखनऊ पहुंच जाए।

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