Varanasi-Prayagraj Vande Metro: वाराणसी-प्रयागराज के बीच चलेगी वंदे मेट्रो, इंटर सिटी ट्रेनों की तरह चलने वाली इस ट्रेन से जुड़ी पूरी जानकारी यहां पढ़ें

Varanasi-Prayagraj Metro: केंद्रीय बजट में वाराणसी को कई सौगातें मिली हैं। इनमें परिवहन से जुड़ी सबसे बड़ी सौगात वंदे मेट्रो की मिली है। वाराणसी कैंट स्टेशन से वंदे मेट्रो चलाई जाएगी। इसका परिचालन प्रयागराज तक किया जाएगा। इससे बेहद कम समय में इस रूट के यात्रियों का सफर पूरा हो सकेगा। यह बिल्कुल महानगरों की मेट्रो की तरह होगी और परिचालित की जाएगी। इससे लोगों को ट्रेनों की भीड़ एवं सड़कों के जाम से निजात मिलेगी।

वाराणसी कैंट स्टेशन, जहां से चलेगी वंदे मेट्रो

मुख्य बातें
  • अगले वित्तीय वर्ष में चलाई जाएगी वंदे मेट्रो
  • वंदे मेट्रो में रहेंगे 8-10 कोच
  • 120-13 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी

Varanasi Vande Metro: अब लोग वाराणसी से प्रयागराज तक वंदे मेट्रो ट्रेन में सफर करेंगे। इंटर सिटी ट्रेनें की जगह वंदे मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। वाराणसी कैंट स्टेशन से वंदे मेट्रो पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज के बीच चलेगी। इस परियोजना को बजट में जगह दी गई है। अगले वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस रूट पर वंदे मेट्रो चलनी शुरू हो जाएगी। इसमें भी इंटर सिटी ट्रेनों की तरह 8-10 कोच होंगे। यह 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।

इससे शहरों के बीच की दूरी बेहद कम समय में पूरी होगी। वंदे मेट्रो ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे खुले और बंद होंगे। हर कोच में एलईडी स्क्रीन लगी रहेगी। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के डीआरएम रामाश्रय पांडेय का कहना है कि यह ट्रेन 50 से 120 किलोमीटर से कम दूरी वाले दो शहरों के बीच चलाई जानी है।

हर दिन यात्रा करने वालों को होगा फायदाहर दिन एवं दो शहरों के बीच सफर करने वाले लोगों को सबसे अधिक लाभ होगा। यह लोग अपने घर एवं कार्यालय सही समय पर पहुंच पाएंगे। मेट्रो ट्रेनों के चलने से लोग सड़क पर जाम की समस्या को नहीं झेलेंगे। वंदे मेट्रो पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रहेगी। इसमें वाई-फाई से लैस एसी, स्लीपर और अनारक्षित बोगी होगी। डीआरएम के मुताबिक वंदे मेट्रो प्रयागराज से वाराणसी, कानपुर से लखनऊ समेत अन्य कम दूरी वाले शहरों के लिए चलाई जा सकती है।

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