Varanasi News: श्री काशी विश्वनाथ धाम में पूजे गए नंदीश्वर, संपन्न हुआ भव्य दिव्य 'श्री नंदीश्वर उत्सव'-Video

Shri Nandishwar Utsav Varanasi: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विराजमान नंदी जी के पूजन की शृंखला आरंभ हुई, नंदी भगवान का पंचामृत से रुद्र सूक्त द्वारा अभिषेक और पूजन किया गया, ये बहुत विशेष क्षण था और भक्त आह्लादित दिखे।

वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्री नंदीश्वर उत्सव का हुआ आयोजन

मुख्य बातें
  1. वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्री नंदीश्वर उत्सव का आयोजन किया गया
  2. प्रत्येक प्रदोष तिथि पर 'श्री नंदीश्वर उत्सव' विराट स्वरूप में निरंतर आयोजित किया जायेगा
  3. नंदीश्वर पूजा का महत्व हमारे वेदों और शास्त्रों में बहुत ही विशेष बताया गया है
Shri Nandishwar Utsav Varanasi: वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ धाम (Shri Kashi Vishwanath Dham) में श्री नंदीश्वर उत्सव (Shri Nandishwar Utsav) का आयोजन किया गया बताते हैं कि तहखाने में पूजन शुरू होने के बाद पहली बार काशी की जनता भी इस उत्सव की साक्षी बनी और बाबा का धाम हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजता रहा, आज से प्रत्येक प्रदोष तिथि पर 'श्री नंदीश्वर उत्सव' विराट स्वरूप में निरंतर आयोजित किया जायेगा।
गौर हो कि नंदीश्वर पूजा का महत्व हमारे वेदों और शास्त्रों में बहुत ही विशेष बताया गया है। हम जो भी प्रार्थना भगवान से करते है वो नंदीश्वर जी ही भगवान तक पहुंचाते है इसलिए नंदी भगवान का पंचामृत से रुद्र सूक्त के द्वारा अभिषेक और पूजा करके नंदी भगवान को प्रसन्न किया जाता है। नंदी आराधना से भक्त का मन स्थिर रहता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। मान्यता है कि प्रदोष काल में प्रथम पूजन नंदी भगवान का करना चाहिए, इस से भगवान शिव भी प्रसन्न होते है।

बिना नंदी के दर्शन और उनकी पूजा किए भगवान शिव की पूजा अपूर्ण मानी जाती है

ऋषि शिलाद के पुत्र ही नंदी कहलाए जो भगवान शिव के परम भक्त, गणों में सर्वोत्तम और महादेव के वाहन बने। भगवान शिव ने नंदी की भक्ति से प्रसन्न हो कर प्रत्येक शिव मंदिर में नंदी की प्रतिमा होने का वरदान भी दिया था। यही कारण है कि बिना नंदी के दर्शन और उनकी पूजा किए भगवान शिव की पूजा अपूर्ण मानी जाती है।
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