रुद्रप्रयाग के कई गांवों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक, ग्रामीणों ने लगाया साइन बोर्ड; जानें क्या है इसकी वजह

रुद्रप्रयाग के कई गांवों में ग्रामीणों ने गांव के बाहर एक साइन बोर्ड लगाया है, जिसके माध्यम से बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। साइन बोर्ड पर ग्रामीणों ने ‘अपरिचित व्यक्ति के प्रवेश पर रोक’ लिखा है। लेकिन इस प्रकार का साइन बोर्ड लगाने की आवश्यकता क्या पड़ी, आइए आपको इस बारे में बताएं -

Rudraprayag

रुद्रप्रयाग के कई गांवों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक (प्रतीकात्मक तस्वीर)

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित कई गांवों में बाहर के लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। हैरान कर देने वाली बात ये है कि ये सरकार या प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है। गांव के ग्रामीणों ये साइन बोर्ड लगाया है। ग्रामीणों ने बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक संबंधी एक साइन बोर्ड भी लगा दिया है। लेकिन इसके पीछे का कारण क्या है? क्यों ग्रामीणों ने ये कदम उठाया है? क्या कारण है कि ग्रामीण नहीं चाहते की बाहरी लोग गांवों में प्रवेश करें? आइए जानते हैं -

बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगाई रोक

गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में चोरी की घटनाओं को देखते हुए अपरिचितों और अनजान फेरी वालों को वहां आने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। फाटा गांव के एक निवासी ने बताया कि गांवों में मंदिरों और घरों में चोरी की घटनाओं में बाहरी लोगों की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद ये फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि यहां के युवाओं ने करीब 20-25 दिन पहले इस तरह के बोर्ड लगाए थे।
ग्रामीणों के मुताबिक, बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक संबंधी ‘साइन बोर्ड’ सिरसी, रामपुर-न्यालसू आदि गांवों में लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पहले ‘साइन बोर्ड’ पर ‘गैर-हिंदू व्यक्ति के प्रवेश पर रोक’ लिखा गया था, लेकिन अब उसकी भाषा बदलकर ‘अपरिचित व्यक्ति के प्रवेश पर रोक’ कर दी गई है। ग्रामीणों के अनुसार, स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ऐसा किया गया है।

पुलिस ने की कार्रवाई

रुद्रप्रयाग के पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि सामाजिक समरसता में व्यवधान डालने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, "जैसे ही पुलिस के संज्ञान में यह बात आई, हमने आवश्यक कार्रवाई करते हुए ऐसे ‘साइन बोर्ड’ हटवाए। अगर आगे भी ऐसी कोई बात सामने आई, तो हम कार्रवाई करेंगे। धार्मिक आधार वाले ‘साइन बोर्ड’ लगाने की इजाजत किसी को नहीं है।"
(इनपुट - भाषा)
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varsha kushwaha author

वर्षा कुशवाहा टाइम्स नाऊ नवभारत में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रही हैं। नवबंर 2023 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। वह इंफ्रा, डे...और देखें

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