Ram Mandir Ayodhya: लोकसभा चुनाव का नहीं पड़ा कोई फर्क, अयोध्या में पहले की तरह ही आ रहे दर्शनार्थी

Ram Mandir Ayodhya: लोकसभा चुनाव में अयोध्या में भाजपा की हार होने के बाद चर्चा होने लगी थी कि राम मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में कमी आई है, जबकि सच्चाई से इसका वास्ता नहीं है। राम मंदिर में पहले की तरह ही भक्त आ रहे हैं। गर्मी की वजह से जरूर कुछ फर्क पड़ा है।

राम मंदिर/फाइल फोटो।

Ram Mandir Ayodhya: जब सूरज की तपिश अपने चरम पर है और पारा 45 डिग्री को भी पार कर जा रहा है, तो ऐसे में हर कोई यात्रा से बचना ही चाहता है। यही वजह है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शनार्थियों की तादाद में थोड़ी कमी आई है। हालांकि, रविवार, मंगलवार और शनिवार को ये संख्या दोगुनी होकर एक लाख के पार पहुंच जाती है, जबकि तुलना की बात करें तो प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिदिन दो लाख के आंकड़े को पार कर जाती थी, लेकिन सूर्य की तपिश जैसे-जैसे बढ़ती गई वैसे-वैसे दर्शनार्थियों की तादाद अपेक्षाकृत कम होती चली गई। इसका असर मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित की जाने वाली समर्पण निधि पर भी पड़ा और पहले के मुकाबले यह भी लगभग आधी हो गई है।

भाजपा की हार के बाद होने लगी चर्चा

बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह अयोध्या से हार गए। इस अप्रत्याशित हार को लेकर देश ही नहीं दुनिया भर में चर्चा हुई। इसी के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अयोध्या के लोगों को ट्रोल करना शुरू कर दिया। यहां तक कहा गया कि लोग अयोध्या न जाएं और जाएं तो वहां से कुछ ना खरीदे, लेकिन हमारी पड़ताल के दौरान अयोध्या में सोशल मीडिया पर चल रही इस तरह की खबरें महज अफवाह साबित हुई।

पहले की तरह ही आ रहे भक्त

यह अलग बात है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद दर्शनार्थियों की तादाद लगातार गिरी है। रविवार, मंगलवार और शनिवार को छोड़ दें, तो बाकी दिनों में यह संख्या लगभग 50 हजार के आसपास ही रहती है। इसका एक कारण प्रचंड गर्मी और तापमान का लगातार बढ़ना है, जिसके कारण रोज औसतन 4 से 5 दर्शनार्थी रोज गर्मी के कारण बेहोश हो रहे है। अब सुनिए श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता इस बारे में क्या कहते है।

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