चकमा देने में भगोड़ा अमृतपाल सिंह फिर कामयाब, पंजाब के होशियारपुर में छिपे होने की खबर

वारिस पंजाब दे का मुखिया और भगोड़ा अमृतपाल सिंह क्या पंजाब में ही छिपा है। इस तरह की जानकारी सामने आई है कि वो होशियारपुर जिले में कहीं है। पंजाब पुलिस की तरफ से धरपकड़ की कोशिश तेज की गई है।

Amritpal singh latest news: क्या अमृतपाल सिंह पंजाब में ही है, इस तरह की जानकारी सामने आ रही है कि वो पंजाब पुलिस को चकमा देने में एक बार फिर कामयाब रहा। हालांकि यह बताया जा रहा है कि वो होशियारपुर में कहीं छिपा हो सकता है। यह भी बताया जा रहा है कि वो सरेंडर करने की तैयारी में था। लेकिन पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो धरपरकड़ की कोशिश तेज हुई। पुलिस ने करीब 30 किमी तक उसका पीछा किया। लेकिन एक नाके पर वो पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा।बताया यह भी जा रहा है कि वो किसी इंटरनेशनल चैनल तो साक्षात्कार देने वाला था। लेकिन पुलिस को जानकारी मिलने के बाद उसने अपना प्लान बदल दिया। पंजाब पुलिस की खुफिया यूनिट उसका पीछा कर रही थी। होशियारपुर जिले के एक गुरुद्वारे में दोनों संदिग्धों ने अपनी कार घुसा दी और दीवाल फांद कर भाग गए। अब वो दोनों लोग कौन थे पुख्ता तौर पर कह पाना मुश्किल है लेकिन वे अमृतपाल सिंह के सहयोगी हो सकते हैं। बता दें कि इससे पहले अमृतपाल सिंह को लेकर तरह तरह की खबरें आईं मसलन वो हरियाणा में हो सकता है, उत्तराखंड के जरिए नेपाल जा सकता है।

दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया था, जिसकी स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी। दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।अधिकारियों ने कहा है कि अमृतपाल सिंह का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध है।सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को परोक्ष रूप से धमकी दे चुका अमृतपाल पंजाब में हालात को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है और सिख युवाओं को अपने संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ की ओर आकर्षित कर रहा है।इस बीच, पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने को कहा। पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सभी नागरिकों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध है। पंजाब पुलिस कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे घबराएं नहीं या फर्जी खबरें न फैलाएं।इस महीने की शुरुआत में, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और उनके साथ सीमावर्ती राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की थी।केंद्र ने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए सीआरपीएफ और अपने दंगा-रोधी बल आरएएफ के करीब 1900 जवानों को भेजा गया था।

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