प्राइवेट पार्टस में 'शराब' की बोतल, रेप के बाद कानों में 'तेजाब', पेंचकस से फोड़ दी आंखे, छावला गैंगरेप-मर्डर की कहानी जान रो देंगे आप

दिल्ली के छावला गैंगरेप-मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट ने फाँसी की सजा को बदलकर 'अनामिका' के कातिलों को बरी कर दिया है, लेकिन लोगों को जानकारी नहीं कि इस रेप कांड में कितनी हैवानियत हुई थी।

छावला गैंगरेप-मर्डर की कहानी जान रो देंगे आप

दिल्ली के निर्भया रेप कांड की याद तो सभी के जेहन में होगी ही लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि साल 2012 जिस साल निर्भया के साथ दरिंदगी हुई थी उसी साल तकरीब 9 महीने पहले ही राजधानी दिल्ली में एक और गैंगरेप और मर्डर की घटना सामने आई थी, जी हां हम बात कर रहे हैं छावला गैंगरेप एंड मर्डर (Chhawla Gangrape Murder Case) की, जिसमें पीड़िता के साथ जितनी हैवानियत की गई थी, उसके बारे में जानकर हो सकता है आप रो दें क्योंकि उस रात ना सिर्फ पीड़िता जिसे 'अनामिका' नाम दिया गया था, उसके साथ वो बर्ताब किया गया जो जानवर भी ना करें, मगर इतनी वहशियाना हरकत के बाद भी सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना के तीनों आरोपियों को फांसी की सजा के बजाय बरी कर दिया, कोर्ट के इस फैसले से ना सिर्फ पीड़िता के घरवालों को दर्द हुआ है बल्कि हर उस शख्स को झटका लगा है जो पीड़िता के लिए इंसाफ की बाट जोह रहा था।

उत्तराखंड की एक बेटी जो अपने परिवार के साथ राजधानी दिल्ली में रह रही थी, वो अभी दुनिया को और दुनियादारी को समझ ही रही थी कि एक दिनम उसके साथ वो हुआ जिसे जानकर अच्छे अच्छे का कलेजा मुंह को आ जाए, इस घटना को करीब 12 साल बीत गए हैं,मगर अभी भी उसका परिवार के लोग इंसाफ की आस में बैठा है।

जान लें क्या था ये छावला गैंगरेप-मर्डर केस

साल 2012 का जाड़ों का जाता हुआ महीना था, हां वो फरवरी का महीना था और तारीख थी 9 फरवरी, 'अनामिका' किसी काम से घर से बाहर निकली थी उसे निपटाकर घर की ओर जा रही थी। तभी रास्ते में राहुल, रवि और विनोद नाम के तीनों आरोपियों ने लड़की को अगवा कर लिया इसके बाद उन हैवानों ने उस लड़की के साथ हैवानियत की और उसकी जान ले ली।

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