Delhi Acid Attack: ब्रेकअप नहीं हुआ बर्दाश्त, ऐसे रची एसिड अटैक की पूरी प्लॉनिंग, यूं दिया अंजाम-Video
Delhi Acid Attack planning: दिल्ली एसिड अटैक मामले में खुलासा हुआ है कि आरोपी ब्रेकअप को सहन नहीं कर पाया और भयानक प्लॉनिंग रच डाली, इस मामले की पड़ताल में तमाम राज खुलकर सामने आ रहे हैं
- अरोड़ा और पीड़िता के बीच सितंबर से दोस्ती थी
- दोनों में मनमुटाव हो गया, जिसके कारण अरोड़ा ने उसपर हमला किया
- तेजाब हमले को लेकर लोगों में आक्रोश है
Delhi Acid Attack update: दिल्ली के द्वारका इलाके में हुए एसिड अटैक के मामले में लगातार गुत्थियां सुलझ रही है, ब्रेकअप को सहन न कर पाने वाले आशिक ने अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के चेहरे पर फेंकी थी एसिड, गौर हो कि पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली 17 वर्षीय लड़की पर बाइक सवार दो नकाबपोश व्यक्तियों ने तेजाब फेंक दिया, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वहीं तेजाब हमले को लेकर लोगों में आक्रोश है और लोग प्रतिबंध के बावजूद बाजार में तेजाब की उपलब्धता को लेकर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों- मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा और उसके दो मित्रों हर्षित अग्रवाल और विरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
Acid को ऑनलाइन पोर्टल से खरीदा गया था
हमले में इस्तेमान तेजाब को ऑनलाइन पोर्टल से खरीदा गया था और अरोड़ा ने इसके लिए भुगतान ई-वॉलेट से किया था।एक बयान में पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कहा कि यह पता चला है कि तेजाब 'फ्लिपकार्ट' से खरीदा गया। इस संबंध में ई-कॉमर्स पोर्टल की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है।
आरोपी और पीड़िता पड़ोसी हैं
पूछताछ के दौरान पता चला कि अरोड़ा और पीड़िता के बीच सितंबर से दोस्ती थी। उन्होंने कहा कि दोनों में मनमुटाव हो गया, जिसके कारण अरोड़ा ने उसपर हमला किया। उन्होंने बताया कि आरोपी और पीड़िता पड़ोसी हैं। पुलिस ने बताया कि पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई है जिसमें हमले के बाद जब तेजाब से 12वीं की छात्रा का चेहरा झुलस रहा है तो उसे बुरी तरह तड़पते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि घटना उत्तम नगर के मोहन गार्डन इलाके की है और उस वक्त पीड़िता अपनी छोटी बहन के साथ थी।
किशोरी का चेहरा आठ फीसदी तक झुलसा, उसकी आंखें भी प्रभावित
पुलिस के विशेष आयुक्त ने बताया कि किशोरी का चेहरा आठ फीसदी तक झुलस गया है और उसकी आंखें भी प्रभावित हुई हैं। उन्होंने बताया कि किशोरी को सफदरजंग अस्पताल के बर्न आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
पुलिस ने बताया कि पहली नजर में ऐसी लगता है कि हमले में नाइट्रिक एसिड का उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि नमूनों को फॉरेंसिक परीक्षण के लिए भेजा गया है।
2018 में तेजाब हमले के 11 और 2019 में ऐसे 10 मामले आए
राष्ट्रीय राजधानी में 2018 में तेजाब हमले के 11 और 2019 में ऐसे 10 मामले आए हैं। वहीं, 2020 में कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान दो लोगों पर तेजाब हमला हुआ।आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2018 में तेजाब हमले के 228, 2019 में 249 और लॉकडाउन के दौरान 2020 में 182 तेजाब हमले हुए। विशेष पुलिस आयुक्त हुडा ने बताया कि अरोड़ा और अग्रवाल बाइक पर थे और सिंह ने अपराध में उनकी मदद की। उन्होंने कहा कि घटना से पहले सिंह ने अरोड़ा की स्कूटी और मोबाइल फोन दूसरे लोकेशन पर लेकर गया, ताकि उनके लिए 'एलिबाई' (उनके घटना के वक्त किसी और जगह पर मौजूद होने का साक्ष्य बनाने) बना सके और जांचकर्ताओं को गुमराह कर सके। हुडा ने बताया कि अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अग्रवाल का भी पता लगा लिया।
पीड़ित लड़की के पिता ने बयां की पीड़ा
सफदरजंग अस्पताल के 'बर्न वार्ड' के बाहर प्रतीक्षा कर रहे लड़की के पिता ने पत्रकारों से कहा कि उस समय उसकी छोटी बहन साथ थी और वे दोनों स्कूल जा रहे थे। पीड़िता के पिता ने संवाददाताओं से कहा, 'मेरी बेटी सुबह साढ़े सात बजे घर से निकली थी। जैसे ही वह सड़क पार कर रही थी, उस पर हमला किया गया। यह घटना उसके घर से निकलने के छह से सात मिनट के भीतर हुई। मेरी सबसे छोटी बेटी उसके साथ गई थी और फिर दौड़कर हमारे पास आई।'
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