20 साल बाद पकड़ा गया पत्नी का कातिल, पैरोल से फरार था पूर्व सैनिक, क्राइम ब्रांच की बड़ी कामयाबी

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 20 साल से फरार चल रहे एक उम्रकैद के कैदी को गिरफ्तार किया है, जो कि पैरोल पर बाहर आने के बाद भाग गया था।

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नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 20 साल से फरार चल रहे एक उम्रकैद के कैदी को गिरफ्तार किया है, जो कि पैरोल पर बाहर आने के बाद भाग गया था। गिरफ्तार किया गया आरोपी अनिल कुमार तिवारी (58 वर्ष) मध्यप्रदेश के सिधि जिले के चुरहट का रहने वाला है और भारतीय सेना में ड्राइवर के पद पर कार्यरत था।

यह सनसनीखेज वारदात साल 1989 की है। अनिल कुमार तिवारी पर अपनी पत्नी "एम" को जलाकर मार डालने का आरोप था। जांच में सामने आया कि पहले उसने पत्नी का गला घोंटा और फिर उसे आग के हवाले कर दिया। शुरुआत में इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई, लेकिन जांच में सच्चाई सामने आ गई। दिल्ली कैंट थाने में हत्या का केस दर्ज हुआ और आरोपी को 31 मई 1989 को गिरफ्तार किया गया। बाद में अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई।

2005 में अनिल कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने दो हफ्ते की अंतरिम पैरोल दी थी

साल 2005 में अनिल कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने दो हफ्ते की अंतरिम पैरोल दी थी, लेकिन वह वापस जेल नहीं लौटा और फरार हो गया। इसके बाद से ही वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। सेना ने भी उसे दोषी करार देकर नौकरी से बर्खास्त कर दिया। आखिरकार दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने अथक प्रयासों के बाद आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की। इंस्पेक्टर महिपाल के नेतृत्व में बनाई गई टीम ने तकनीकी और मैनुअल इनपुट के आधार पर आरोपी की लोकेशन मध्यप्रदेश के सिधि जिले में ट्रेस की। टीम ने मौके पर पहुंचकर 12 अप्रैल को उसे चुरहट गांव से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में अनिल ने बताया कि वह जानता था कि पुलिस उसे तलाश रही है, इसलिए उसने कभी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया। वह लगातार ठिकाने बदलता रहा और कैश में ही लेन-देन करता रहा ताकि कोई डिजिटल सबूत न मिले। उसने दूसरी शादी कर ली और अब उसके चार बच्चे हैं।

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मोहित ओम author

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