Gwalior Murder: ग्वालियर पुलिस ने बुजुर्ग मां-बेटी के सनसनीखेज कत्ल का किया खुलासा

gwalior elderly mother and daughter murder: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक बुजुर्ग मां-बेटी के कत्ल का खुलासा हो गया है, इस मामले में पूर्व नौकर सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

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ग्वालियर में बुजुर्ग मां- बेटी के अंधे कत्ल का सनसनीखेज खुलासा

gwalior elderly mother and daughter murder: ग्वालियर पुलिस ने बुजुर्ग मां - बेटी के अंधे कत्ल का सनसनीखेज खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने पूर्व नौकर सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी इरफान खान ने नौकरी से निकाले जाने से नाराज होकर और लूट की नीयत से तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर फ्लैट में घुसकर मां -बेटी की मारपीट करते हुए गला दबाकर हत्या कर दी थी और भाग निकले थे। ग्वालियर पुलिस अधीक्षक का दावा है कि आरोपियों ने हत्या की वारदात कुबूल की है और उनसे वारदात के दौरान लूटा गया मोबाइल भी बरामद किया है।
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह यूनिवर्सिटी थाना अंतर्गत पॉश सोसायटी गार्डन होम्स के फ्लैट नंबर 322 में 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला इंदु पुरी और उनकी 56 वर्षीय विधवा बेटी रीना भल्ला के शव संदिग्ध अवस्था में मिले थे। मां -बेटी के शव सबसे पहले फ्लैट में काम करने वाली नौकरानी ने देखे थे, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी।
मामला बेहद संवेदनशील था, लिहाजा आईजी ग्वालियर जोन अरविंद सक्सेना और एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने अधीनस्थों की मौजूदगी में मौके पर पहुंचकर मुआयना किया था। मामले की पड़ताल में फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड की भी मदद ली गई थी। प्रारंभिक पड़ताल के बाद पुलिस ने मां -बेटी की लूट की नीयत से हत्या किए जाने की आशंका जताई थी।
मृतक रीना भल्ला डेली नीड्स के जनरल स्टोर की संचालिका थीं और उनके फ्लैट में जनरल स्टोर के नौकरों की आवाजाही सामान्य बात थी, क्योंकि वे होम डिलीवरी का भी काम करती थीं। रीना के पति मनोज भल्ला की वर्ष 2011 में मौत हो चुकी थी, वे किडनी की गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे।रीना ने उन्हें एक किडनी भी डोनेट की थी, लेकिन वह मनोज को नहीं बचा सकी।
रीना की एक बेटी है जो गुड़गांव में प्राइवेट जॉब में है।प्रारंभिक पड़ताल में पुलिस ने सोसायटी में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 3 युवकों को हिरासत में लिया था। पुलिस आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि इरफान खान नाम का डिलीवरी बॉय पूर्व में रीना के जनरल स्टोर पर काम करता था, लेकिन किन्हीं कारणों से रीना ने उसे निकाल दिया था। इसी के चलते इरफान रीना से खुन्नस रखता था।
इतना पता चलते ही पुलिस ने इरफान को राउंडअप करके उससे कड़ाई से पूछताछ की तो वह जल्दी ही टूट गया। इरफान ने पुलिस को बताया कि उसने अपने तीन साथियों अंकुर झा, छोटू राणा और प्रमोद माथुर के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया है। सभी आरोपी भिंड जिले के गोहद कस्बे के निवासी हैं और उसके दोस्त हैं। आरोपियों ने बुजुर्ग इंदु पुरी और उनकी बेटी रीना भल्ला की मारपीट करते हुए गला दबाकर हत्या की है। पड़ताल में पुलिस को पता चला था कि रीना, सोने की चेन और हाथ में सोने का कड़ा पहनती थी, जो उसके शरीर से गायब था। इसी के बाद माना जा रहा था कि लूट की नीयत से मां - बेटी की हत्या की गई है। सूत्रों की मानें तो हत्यारे वारदात में 25 हजार रुपए नगद भी ले गए थे। इतना ही नहीं हत्यारे रीना से एटीएम का पासवर्ड जानना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने रीना की हत्या से पहले बुरी तरह से पिटाई की थी।
एस पी ग्वालियर धर्मवीर सिंह के अनुसार वारदात का मुख्य आरोपी इरफान खान है। नौकरी से निकाले जाने की खुन्नस के बाद इरफान रीना से बदला लेना चाहता था। इरफान पूर्व में रीना के फ्लैट आता- जाता था। इसलिए उसे रीना के फ्लैट और परिवार के बारे में पूरी जानकारी थी। इरफान ने मूलतः गोहद निवासी और हैदराबाद में नौकरी करने वाले अपने पुराने साथी छोटू राणा और प्रमोद माथुर से मदद मांगी थी। साथ ही वारदात में रीना के फ्लैट से बड़ी मात्रा में नगदी और जेवरात मिलने संभावना जताई थी। इसी के बाद छोटू और प्रमोद घटना कारित करने हैदराबाद से ग्वालियर आए।
हालांकि अंकुर झा को इरफान ने गोहद से बुलाया था। इरफान के अपराध कुबूलते ही पुलिस ने सभी आरोपियों की विधिवत गिरफ्तारी करते हुए उन्हें दाखिले हवालात कर दिया है। ग्वालियर क्राइम ब्रांच और यूनिवर्सिटी थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के चलते मजह 24 घंटे से भी कम समय में मां -बेटी के अंधे कत्ल का ना सिर्फ खुलासा किया जा सका है बल्कि सभी चारों आरोपियों को पकड़ने में भी पुलिस ने सफलता पाई है।
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मकरंद काले author

सुखदुःखे समे कृत्वा लाभालाभौ जयाजयौ।\nततो युद्धाय युज्यस्व नैवं पापमवाप्स्यसि\n\nसाल 2008 में by chance journalist बना। 2013 से by choice journalist ह...और देखें

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