JNU छात्रा का किया यौन उत्पीड़न, कैंपस छोड़ने पर किया मजबूर...प्रोफेसर पर छात्र संघ ने लगाए गंभीर आरोप
छात्र संघ ने दावा किया कि महिला ने 10 अप्रैल को आरोपी शिक्षक के खिलाफ विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी।
JNU प्रोफेसर पर आरोप
मुख्य बातें
- छात्रा का एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया
- छात्र संघ ने कहा, प्रशासन भी निष्क्रिय रहा जिसके कारण उसे कैंपस छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा
- जेएनयू छात्र संघ ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर ने छात्रा को अश्लील कविताएं भेजीं
JNU News: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां एक छात्रा का एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। छात्रा की शिकायत पर प्रशासन भी निष्क्रिय रहा जिसके कारण उसे कैंपस छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। छात्र संघ (Jawaharlal Nehru University Students Union) ने सोमवार को इस प्रोफेसर के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए। अब ये मामला तूल पकड़ रहा है।
प्रोफेसर पर अश्लील कविताएं भेजने का आरोप
एक बयान में जेएनयू छात्र संघ ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर ने लगातार संदेशों और फोन के जरिए छात्रा को परेशान किया, जिसमें अश्लील कविताएं, निजी मुलाकात का दबाव आदि शामिल थे। प्रोफेसर के सामने पेश होने से इनकार करने पर छात्रा को फेल करने की धमकी दी। इसके बाद आरोपी प्रोफेसर ने पीड़िता के ठिकाने के बारे में जानने के लिए अन्य महिला छात्रों को परेशान करना शुरू कर दिया। छात्रा को परिसर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया।
छात्र संघ का दावा, आईसीसी ने नहीं की कार्रवाई
छात्र संघ ने दावा किया कि महिला ने 10 अप्रैल को आरोपी शिक्षक के खिलाफ विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। 15 अप्रैल को उसके कुछ बैचमेट्स द्वारा आईसीसी में एक और शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें प्रोफेसर पर पीड़िता के यौन शोषण और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया गया था। दोनों बार कोई कार्रवाई नहीं की गई।
आईसीसी पर लगाए कई आरोप
इसमें आगे आरोप लगाया गया कि आईसीसी ने शिक्षक के खिलाफ कक्षाएं लेने से रोकने जैसा कोई आदेश जारी नहीं किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आरोपी किसी भी तरह शिकायतकर्ता से संपर्क नहीं कर सके। छात्र संघ ने बयान में कहा, आईसीसी उच्च पदों पर बैठे लोगों को बचाने का काम करती है। कुछ हफ्ते पहले एक छात्र के खिलाफ यौन उत्पीड़न के ऐसे ही मामले में आईसीसी ने इसी तरह का रवैया दिखाया था। जेएनयूएसयू ने छात्रों द्वारा दायर शिकायतों की कार्यवाही में तेजी लाने और आरोपी शिक्षक के खिलाफ निलंबन सहित सख्त कार्रवाई की मांग की।
छात्रों ने पिछली बार दिया था 10 दिन तक धरना
पिछले महीने एक छात्रा ने शिकायत की थी कि दो पूर्व छात्रों सहित चार लोगों ने उसका कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था। प्रशासन की कथित निष्क्रियता को लेकर छात्रों ने 10 दिनों तक विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना दिया था। छात्र संघ ने आरोप लगाया था कि आरोपी जेएनयू की एबीवीपी इकाई के सदस्य थे, हालांकि एबीवीपी ने इन आरोपों का खंडन किया था। इस मामले में विश्वविद्यालय ने जांच शुरू की थी। कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने कहा कि मामला आईसीसी के पास है और अदालत में विचाराधीन है।
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अमित कुमार मंडल author
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