Kanjhawala Case: खुली हुई थी अंजलि सिंह की खोपड़ी और ब्रेन मैटर गायब, आखिर क्या होता है यह

कंझावला केस में मृत अंजलि सिंह ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला है कि खोपड़ी खुली हुई और ब्रेन मैटर गायब था। आखिर यह ब्रेन मैटर क्या होता है इसके बारे में बताएंगे।

कंझावला कांड की पीड़िता अंजलि सिंह(Kanjhawala case) की अब यादें शेष हैं। उसकी मौत से जुड़ी एक एक जानकारी दिल दहलाने वाली है। मौलाना आजाज मेडिकल कॉलेज में कराई गई ऑटोप्सी के बाद मंगलवार को उसका अंतिम संस्कार शिवपुरी धाम में किया गया। ऑटोप्सी रिपोर्ट(anjali singh autopsy report) पर अगर ध्यान दें तो आरोपियों पूरी तरह से बेरहम निकले जिसका सबूत यह है कि खोपड़ी पूरी तरह से खुल गई थी, ब्रेन मैटर गायब था, रीढ़ की हड्डी टूटी हुई थी और शरीर पर कुल 40 चोट थीं। अंजलि की पसलियां पीछे की तरफ से निकली हुई थीं और बुरी तरह से पीस चुकी थीं. ऑटोप्सी रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अंजलि की कमर के हिस्से में रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर था और उसका लगभग पूरा शरीर मिट्टी और गंदगी से सना हुआ था। डॉक्टरों ने कहा कि सदमा और ज्यादा खून बहने के चलते अंजलि की मौत हो गई। कार में फंसने के बाद शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं।

क्या होता है ब्रेन मैटर

ब्रेन के सबसे आंतरिक हिस्से में ह्वाइट मैटर टिश्यू में पाया जाता है, इसमें नर्व फाइबर जो न्यूरांस के विस्तार होते हैं। ये नर्व फाइबर माइलिन से घिरे रहते हैं। माइलिन की वजह से उसे रंग मिलता है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के अहम हिस्सा होते हैं। सामान्य भाषा में समझें शरीर की हर एक क्रिया प्रतिक्रिया को संचालित करते हैं। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र दो प्रकार के ऊतकों से बना होता है, जिन्हें ग्रे मैटर और व्हाइट मैटर कहा जाता है।सामान्य अर्थ में मस्तिष्क का धूसर पदार्थ(Grey Matter सूचना प्रसंस्करण की सुविधा देता हैऔर सफेद पदार्थ(white matter) सूचना हस्तांतरण की सुविधा देता है दोनों एक विशिष्ट मानसिक डोमेन के लिए जिम्मेदार तंत्रिका नेटवर्क के कुशल संचालन के लिए महत्वपूर्ण हैं।

End Of Feed