Pune Porsche Case: 'मुझे कुछ भी याद नहीं है क्योंकि मैं नशे में था', पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट के आरोपी ने पुलिस से कहा

Pune Porsche Case Accused: पुणे हिट एंड रन का मामले बीते दिनों से काफी सुर्खियां बटोर रहा है उससे पुलिस पूछताछ कर रही है, पूछताछ में नाबालिग ने पुलिस को बताया कि दुर्घटना के समय वह नशे में था इसलिए उसे कुछ भी याद नहीं आ रहा।

Pune Porsche Case accused

पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट का आरोपी बोला- 'मुझे कुछ भी याद नहीं है क्योंकि मैं नशे में था'

मुख्य बातें
  1. पुणे हिट एंड रन का मामले बीते दिनों से काफी सुर्खियां बटोर रहा है
  2. पुणे पुलिस ने आईटी पेशेवरों के ऊपर पोर्श गाड़ी चलाने वाले 17 वर्षीय किशोर से पूछताछ की
  3. नाबालिग का दावा है कि नशे में होने के कारण उसे कुछ याद नहीं है
शनिवार को पुणे पुलिस ने 17 वर्षीय लड़के से पूछताछ की, जिसने कथित तौर पर 19 मई को यरवदा अवलोकन गृह में दो आईटी पेशेवरों के ऊपर अपनी पोर्श गाड़ी चलाई थी, लड़के से पूछताछ में नाबालिग ने पुलिस को बताया कि दुर्घटना के समय वह नशे में था इसलिए उसे कुछ भी याद नहीं आ रहा था उनसे शनिवार को गिरफ्तार की गई उनकी मां और सहायक पुलिस आयुक्त सुनील तांबे और जिला बाल संरक्षण अधिकारी सहित अपराध शाखा के अधिकारियों की उपस्थिति में पूछताछ की गई।
'हमारे अधिकारियों ने नाबालिग से दुर्घटना से पहले उसके स्थान, ब्लैक एंड कोसी पब में उसकी उपस्थिति, पोर्श चलाने, दुर्घटना का विवरण, सबूतों से छेड़छाड़, ब्लड सैंपल एकत्र करने और चिकित्सा परीक्षणों के बारे में पूछा। सभी सवालों का नाबालिग के पास एक सरल जवाब था कि उसे कुछ भी याद नहीं है क्योंकि वह नशे में था,' उसने अपराध शाखा के एक अधिकारी को बताया,प्रारंभिक जांच से पता चला है कि नाबालिग और उसके दोस्तों ने दो पबों में मादक पेय का सेवन किया था।
पुलिस ने कहा कि जानकारी हासिल करने के प्रयासों के बावजूद, पूछताछ के दौरान किशोर चुप्पी साधे रहा, दुर्घटना के कुछ दिनों बाद, पुलिस ने कार में सवार दो अन्य नाबालिगों के बयान दर्ज किए थे।

पुणे हिट एंड रन का मामले बीते दिनों से काफी सुर्खियां बटोर रहा है
दरअसल, एक रईसजादे ने करोड़ों रुपयों की कार को बेलगाम तरीके से चलाकर बाइक सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों (लड़का-लड़की) को टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत हो गई। वहीं मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने शनिवार को मृतक अश्विनी कोष्टा के निवास पर पहुंचकर उनके पिता सुरेश कुमार कोष्टा से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अश्विनी कोष्टा के निधन पर शोक व्यक्त किया और परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने पीड़ित परिवार को यह भरोसा दिलाया कि महाराष्ट्र सरकार से बात कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

दो करोड़ की स्पोर्ट्स कार से बाइक सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर को टक्कर मार दी

गौरतलब है कि 19 मई को पुणे में एक नाबालिग देर रात करीब दो करोड़ की स्पोर्ट्स कार से बाइक सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर को टक्कर मार दी। इस हादसे में अश्विनी कोष्टा और अनीश अवधिया की मौत हो गई। दोनों मृतक आईटी सेक्टर में काम करते थे। मौके पर भीड़ ने नाबालिग की पिटाई की और फिर पुलिस के हवाले कर दिया।

आरोपी 12वीं की रिजल्ट आने के बाद जश्न मनाने के लिए घर से निकला था

जानकारी के अनुसार, आरोपी 12वीं की रिजल्ट आने के बाद जश्न मनाने के लिए घर से निकला था। आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ पब में शराब की थी और उसके बाद सड़क पर अपनी कार दौड़ा रहा था। आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल और दादा सुरेंद्र अग्रवाल पुणे के नामी रियल एस्टेट डेवलपर हैं।इधर, इस मामले में नाबालिग आरोपी के खून का नमूना बदलने के लिए शनिवार को उसकी मां शिवानी विशाल अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।

उसके ब्लड सैंपल जगह दूसरे का ब्लड सैंपल जांच के लिए भेज दिया

हाल ही में पुलिस की जांच में पता चला था कि कथित तौर पर हादसे के समय कार चला रहे नाबालिग आरोपी के खून का जो नमूना जांच के लिए ससून जनरल हॉस्पिटल भेजा गया था, उसे बदल दिया गया। शिवानी विशाल अग्रवाल की गिरफ्तारी इसी सिलसिले में हुई है। माना जा रहा है ससून अस्पताल के डॉक्टरों ने 17 साल के आरोपी को बचाने के लिए उसके खून की जगह जिस दूसरे खून का नमूना जांच के लिए भेज दिया था, वह शिवानी अग्रवाल का ही था।
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रवि वैश्य author

मैं 'Times Now नवभारत' Digital में Assistant Editor के रूप में सेवाएं दे रहा हूं, 'न्यूज़ की दुनिया' या कहें 'खबरों के संसार' में काम करते हुए करीब...और देखें

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