Shraddha Murder: इसी दुकान से आफताब ने खरीदा था आरी-हथौड़ा और कील, जिससे लाश के किए थे 35 टुकड़े!

आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसकी लाश को एक बड़े फ्रिजर में रखा, फिर आरी और हथौड़े की मदद से उसके 35 टुकड़े किए। जिसे वो दिल्ली के जंगलों में ठिकाने लगा आया। पुलिस उस दुकानदार से भी पूछताछ कर चुकी है, जिसके यहां से इन हथियारों को खरीदा गया था।

श्रद्धा हत्याकांड (Shraddha Murder Case) का आरोपी आफताब (Aftab) ने लाश को काटने के लिए आरी, हथौड़ा और कील का सहारा लिया था। जिस दुकान से आफताब ने ये सारी चीजें खरीदी थी, पुलिस उसके मालिक से भी पूछताछ कर चुकी है। आफताब को भी साथ में पुलिस दुकान पर ले गई थी, हालांकि दुकानदार ने आफताब को पहचानने से इनकार कर दिया है।

दिल्ली की वो दुकान

टाइम्स नाउ नवभारत के रिपोर्टर जब इस दुकान पर पहुंचे तो दुकान के मालिक ने उस दिन की सारी कहानी बयां कर दी। दुकानदार ने कहा- "10-12 दिन हो गए जब पुलिस वाले आफताब को लेकर आए थे, वो वेरीफाई करने आए थे कि दुकान से आफताब क्या-क्या सामान खरीदकर ले गया है? आफताब ने स्वीकार किया कि उसने यहां से आरी के ब्लेड, हथौड़ा और कील ले गया था। उसने तीन से चार आरी के ब्लेड, एक फ्रेम, दो हथौड़े और कुछ कीलें खरीदी थी।"

दुकानदार ने आफताब को नहीं पहचाना

दुकानदार ने आगे बताया कि पुलिस के अनुसार 18 मई को आफताब दुकान पर इन चीजों को खरीदने के लिए आया था। हालांकि दुकानदार ने साफ कहा कि उन्हें नहीं पता वो आया था या नहीं? क्योंकि दुकान में रोज काफी लोग आते हैं, सबको याद रखना मुश्किल है।

अभी तक मामले में क्या हुआ

आफताब अभी पुलिस की हिरासत में है। उसका नार्को टेस्ट किया जाना है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की कई टीमें हिमाचल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड में मौजूद है। कत्ल करने से पहले आफताब, श्रद्धा के साथ इन राज्यों में गया था। पुलिस लाश के टुकड़ों को भी खोजने में जुटी है। महरौली के जंगलों में तलाशी अभियान जारी है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्राइम (crime News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited