सीतापुर हत्याकांड में बड़ा खुलासा, भाई ही निकला नरपिशाच, मां सहित परिवार के ही 6 लोगों को मार डाला
शुरुआत में पुलिस ने इस हत्याकांड में गृहस्वामी अनुराग सिंह को नशे का आदी बताकर अपने तीन बच्चों, पत्नी और मां की हत्या किए जाने और फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या किए जाने का बयान दिया था।
सीतापुर मर्डर केस में खुलासा
Sitapur Murder Case: सीतापुर में रामपुर मथुरा के ग्राम पाल्हापुर में हुए नरसंहार के खुलासे ने सबको चौंका दिया है। 6 लोगों की मौत से जुड़ी इस सनसनीखेज वारदात को वैसे तो पुलिस ने शुरुआती दौर में ढील दिखाई। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मीडिया रिपोर्टिंग और फिर डीजीपी द्वारा इस घटना का संज्ञान लेने के बाद जांच को तेजी से अंजाम तक पहुंचाया गया। आईजी रेंज ने इस घटना की तफ्तीश की मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी खुद ली। तब से ही उम्मीद की जाने लगी थी कि वारदात से जुड़ी हर एक सच्चाई अब खुलकर सामने आएगी। अगर कातिल जिंदा है तो उसे सलाखों के पीछे पहुंचना पड़ेगा।
मृतक अनुराग सिंह को नशे का आदी बताया
शुरुआत में पुलिस ने इस हत्याकांड में गृहस्वामी अनुराग सिंह को नशे का आदी बताकर अपने तीन बच्चों, पत्नी और मां की हत्या किए जाने और फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या किए जाने का बयान दिया था। पुलिस की यह कहानी कहीं से भी लोगों के गले के नीचे नहीं उतर रही थी। यही नहीं पुलिस ने असली कातिल की तहरीर पर मुकदमा भी पंजीकृत कर लिया था। गांव और परिवार वाले भी पुलिस की इस थ्योरी से नाइत्तफाकी जाहिर कर रहे थे।
मामला बेहद गंभीर मोड़ पर पहुंच गया था। मीडिया की सक्रिय भूमिका के बाद डीजीपी प्रशांत कुमार ने घटना का संज्ञान लिया और घटना की परत दर परत खोलने के लिए सख्त निर्देश जारी किए। डीजीपी की सख्ती के बाद पुलिस के रवैये में बदलाव लाजिमी था। रविवार की देर शाम आईजी रेंज तरुण गाबा के सीतापुर पहुंचने के बाद पुलिस की कार्रवाई में भी तेजी आ गई। उधर, मृतक अनुराग की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद जब उसे दो गोली लगने की पुष्टि हुई तो यह माना जाने लगा कि उसने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या की गई है।
आईजी रेंज ने संभाली कमान
इसी के बाद से पुलिस की तफ्तीश परिवार से जुड़े लोगों पर घूमने लगी और इसे प्रापर्टी से जोड़कर देखा जाने लगा। पुलिस अधिकारी परिवार से जुड़े लोगों से अलग-अलग बात करके किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने का प्रयास करने लगे। आईजी रेंज ने जिस तरह से विवेचना की मॉनिटरिंग का जिम्मा संभाला है उससे यह भरोसा किया जाने लगा है कि बहुत जल्द ही घटना के जुड़े तथ्य उजागर होंगे और कातिल अगर जिंदा है तो पुलिस उसका चेहरा बेनकाब कर उसे कानून के शिकंजे में पहुंचाएगी। कल देर रात तक पूछताछ के बाद पुलिस आज आरोपी का मेडिकल करवाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए असली कातिल को सामने लेकर आई।
कातिल अजीत सिंह ने किया गुमराह
पुलिस ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि आरोपी अजीत सिंह व अनुराग के पिता ने लोन ले रखा था। पिता की मृत्यु होने के बाद लोन और जमीन को लेकर दोनों भाइयों में अक्सर झगड़ा होता था। इसे लेकर आरोपी अजीत भाभी को दोषी मानता था और खुद को प्रताड़ित महसूस कर रहा था। शाम को वह भाई अनुराग के घर गया और खाने में नशीली दवा मिला दी। लेकिन परिवार बाहर से खाना खाकर आया था जिससे उसकी प्लानिंग फेल हो गई। अजीत देर रात उठा और पहले भाभी को फिर मां और भाई को मारने के बाद उसने तीनों बच्चों को छत से नीचे फेंक कर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार पहले अजीत ने गलत बयान देकर गुमराह किया लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उससे गहनता से पूछताछ की गई, जिसके बाद उसने अपना जुर्म कबूल लिया।
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