Atiq Ahmed: 44 साल पहले रखा था अपराध की दुनिया में कदम, खौफ से कांपते थे लोग
अतीक अहमद इलाहाबाद पश्चिम सीट से लगातार 5 बार विधायक बना था। 2004-2009 से अतीक यूपी के फूलपुर से 14वीं लोकसभा के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी।
अतीक अहमद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों भाइयों की हत्या प्रयागराज के धूमनगंज थाना इलाके में हुई। तीन लोगों ने अतीक और उसके भाई पर गोलियों की बौछार कर दी जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। जानिए अतीक का इतिहास।
अतीक का सियासी सफर
अतीक अहमद का जन्म 10 अगस्त 1962 में हुआ था। वह इलाहाबाद पश्चिम सीट से लगातार 5 बार विधायक बना था। 2004-2009 से अतीक यूपी के फूलपुर से 14वीं लोकसभा के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। इसके बाद 1999-2003 के बीच वह सोनेलाल पटेल द्वारा बनाए गए अपना दल का अध्यक्ष बना। 2014 के चुनावों में अपने हलफनामे के अनुसार, अतीक ने घोषणा की थी कि अब उनके खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है। अतीक अहमद ने जेल से ही कई चुनाव लड़े थे।
यूपी पुलिस के मुताबिक, अतीक का धंधा था अवैध ठेका और टेंडर लेना था। वो डरा-धमका कर ये टेंडर लेता था। उसके खौफ से लोग कांपते थे। कई सालों तक यूपी में अतीक का दबदबा रहा। अतीक ने शाइस्ता परवीन से शादी की थी और इस दंपति के पांच बेटे थे - अली, उमर अहमद, असद, अहजान और अबान। असद को दो दिन पहले ही पुलिस मुठभेड़ में मार चुकी है। अतीक का भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ भी पूर्व विधायक था। 2009 के आम चुनावों में अतीक अहमद को चुनाव लड़ने की अनुमति मिली थी। हालांकि, समाजवादी पार्टी ने उसे 2008 में निष्कासित कर दिया था और मायावती ने भी बसपा से टिकट देने से इनकार कर दिया था। बाद में अतीक ने प्रतापगढ़ से अपना दल पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा लेकिन वह चुनाव हार गया था।
फूलपुर से पांच बार सांसद रह चुका है अतीक
62 वर्षीय माफिया डॉन उस सीट से पांच बार सांसद रह चुका था, जो कभी भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का निर्वाचन क्षेत्र हुआ करता था। अतीक को गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में रखा गया था और फिलहाल पेशी के लिए वापस यूपी लाया गया था। यूपी की जेल में बंद रहने के दौरान रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल के अपहरण और हमले की साजिश रचने का आरोप लगने के बाद 2019 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उसे यूपी से कहीं दूर गुजरात भेज दिया गया था।
1979 में अपराध की दुनिया में प्रवेश किया
अतीक अहमद ने 1979 में अपराध की दुनिया में प्रवेश किया था और उसके खिलाफ 100 आपराधिक मामले दर्ज थे। उससे जुड़े 50 से अधिक मामले विचाराधीन हैं। यूपी पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, अतीक अहमद के परिवार के सदस्यों के खिलाफ 160 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। यूपी सरकार द्वारा गैंगस्टर अधिनियम के तहत अतीक अहमद और सहयोगियों की 150 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई था।
माफिया डॉन अतीक अहमद के भाई अशरफ पर 52 केस दर्ज हैं। वहीं, अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन पर तीन, बेटे अली पर चार, एक और बेटे उमर पर एक केस दर्ज है। अतीक के तीसरे बेटे असद पर हाल में ही केस दर्ज किया गया था। उस पर उमेश पाल की हत्या का आरोप था और दो दिन पहले ही वह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।
2019 में गुजरात की साबरमती जेल में शिफ्ट
अतीक अहमद को जून 2019 में गुजरात की साबरमती जेल में शिफ्ट किया गया था। इससे पहले यूपी की नैनी जेल में बंद था। बाद में उसे साबरमती की हाई सिक्योरिटी जेल में भेज दिया गया था। 2019 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही अतीक अहमद को नैनी जेल से साबरमती जेल में शिफ्ट किया गया था। उस पर देवरिया के एक कारोबारी को जेल में बुलाकर धमकाने और अपहरण करने का केस दर्ज हुआ था। अतीक ने सुनवाई के लिए यूपी लाए जाने पर अपनी जान को खतरा भी बताया था।
दरअसल, अतीक के बुरे दिन विधायक राजू पाल की हत्या कराए जाने के बाद शुरू हुए थे। जब अतीक अहमद सांसद बना तो विधायकी छोड़नी पड़ी। अतीक ने अपने भाई अशरफ को उम्मीदवार बनाया, जबकि, बसपा की ओर से राजू पाल मैदान में थे। पहले चुनाव में ही राजू पाल की जीत हुई। 25 जनवरी 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में अतीक अहमद और अशरफ का नाम सामने आया था। इस हत्याकांड का गवाह था उमेश पाल की इसी साल 24 फरवरी को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी।
हत्याकांड का एक वीडियो भी सामने आया
आज हुए हत्याकांड का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें अतीक अहमद और उसका भाई मीडिया से बात करते हुए दिख रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि अतीक और उसके भाई पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे हैं, पुलिस चारों ओर से घेरी हुई है, इसी बीच एक शख्स आता है और अतीक के सिर में सीधे गोली मार देता है। इसके बाद दो और लोग वीडियो में गोलियां बरसाते हुए दिखते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्राइम (crime News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव ...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited