3 साल में मां, 13 में पिता से छूटा साथ, UPSC के लिए जज्बा दिखाया ऐसा कि झुक गई पूरी कायनात

UPSC Success Story: संघ लोक सेवा परीक्षा पास करने के लिए छात्र को केवल दृढ़निश्चय करने की जरूरत है। ये इसी बात से समझिए कि एक लड़का जो कि मात्र 13 की उम्र में अनाथ हो गया, उसे राजमिस्त्री भाई ने पाला, ​इसके बाद उसने ऐसा जज्बा दिखाय कि टैक्स इंस्पेक्टर बन गया, लेकिन जोश अभी रुका नहीं, वह आज यूपीएससी पास कर हजारों नौजवानों के लिए प्रेरणा बन चुका है।

UPSC Success Story in Hindi, Akash Chavda Success Story

UPSC Success Story in Hindi, Akash Chavda Success Story

UPSC Success Story in Hindi, Akash Chavda Success Story: यूपीएससी भारत नहीं दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा में से एक है। इसी परीक्षा के माध्यम से आप आईएएस, आईपीएस, आईआरएस, आईएफएस इत्यादि बन सकते हैं। इस परीक्षा का पास करना लाखों युवाओं का सपना रहता है। इनमें से कुछ सैकड़ो उम्मीदवारों का ही चयन हो पाता है। इन्हीं में से एक हैं आकाश चावड़ा, जिन्होंने यूपीएससी ऐसे पास किया कि आज हर कोई इनकी कहानी से प्रेरणा ले सकता है।

कहां से हैं आकाश चावड़ा

गुजरात के जामनगर के रहने वाले आकाश चावड़ा की इच्छाशक्ति के आगे बुरी किस्मत, बुरा समय, नकारात्मक विचार, फेल होना यह सब धरा का धरा रह गया।

3 साल की उम्र में मां से छूटा साथ

आकाश चावड़ा की उम्र मात्र 3 साल हुई थी कि सिर पर से मां का साया उठ गया, बिन मां के बड़े होना यह कल्पना करना भी मुश्किल है। पिता खाड़ी देश में नौकरी करते थे, ऐसे में वे नौकरी छोड़कर बेटे को संभालने नहीं आ सके। ऐसे में आकाश चावड़ा के पास कुछ बचा तो वह था, उनके अंदर कुछ बड़ा कर गुजरने की चाह।

आकाश चावड़ा को परिवार के दूसरे सदस्यों ने हॉस्टल में डाल दिया, और यहां से आकाश ने आगे की राह खुद बनाई। पिता से मुलाकात यदा कदा ही होती थी, क्योंकि दूसरे देश से आना जाना इतना आसान नहीं होता।

जब पिता से भी छूटा साथ

विपत्तियां अभी खत्म नहीं हुई थी, आकाश कैसे तैसे 13 साल की उम्र तक आया और यहां उन्हें उनके पिता की मृत्यु के रूप में और झटका लगा,

उस दौरान आकाश 9वीं कक्षा में थे। वे अब पूरी तरह से अनाथ हो गए, लेकिन कहते हैं न जब एक दरवाजा बंद होता है तो दूसरा खुल जात है, ठीक ऐसा ही हुआ।

इस घटना के बाद से राजमिस्त्री का काम करने वाले उनके चचेरे भाई ने मदद का हाथ बढ़ाया और अपने साथ घर ले गए। उन्होंने न केवल आकाश की स्कूलिंग में मदद की, बल्कि ग्रेजुएशन भी कराया।

आकाश की लगन वाकई आसमान को झुका देने वाली थी, उसे पढ़ाई लिखाई में साथ मिला तो इसका भरपूर फायदा उठाया और जमकर पढ़ाई की, कुछ समय बाद गुजराती माध्यम स्कूल से इंजीनियरिंग की डिग्री ली।

कैसे शुरू की यूपीएससी की तैयारी

उन्होंने साल 2019 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी। पहले प्रयास काफी हद तक अच्छा था, लेकिन पर्याप्त नहीं था, उन्होंने पहली बार में प्रीलिम्स पास कर दिखाया, लेकिन मेंस नहीं निकाल सके। इसके बाद गुजरात पीसीएस की तैयारी शुरू कर दी, लेकिन यहां भी कुछ हाथ न लगा, और 2020 और 2021 में लगातार दो बार फेल हुए।

2022 में बने स्टेट टैक्स इंस्पेक्टर

लगातार असफलताओं के पत्थरों से उन्होंने उपर चढ़ने की सोची, और 2022 में स्टेट टैक्स इंस्पेक्टर की परीक्षा दी, जिसमें वे सफल हुए। अब उनके हाथ में नौकरी तो थी, लेकिन अगर कुछ नहीं था, वो था उनका पूरा होता सपना, जिसे उन्होंने इंजीनियंरिंग के बाद देखा था।

फिर शुरू की यूपीएससी की तैयारी

स्टेट टैक्स इंस्पेक्टर बने अभी ज्यादा समय नहीं हुआ था कि फिर अपने अपने पुराने सपने को जिंदा किया, और यूपीएससी की तैयारी शुरू की। इस बार और भी ज्यादा लगन, फोकस और बेहतरीन स्ट्रेटजी के साथ कलम और किताब पकड़ा, 2023 में उन्होंने 2023 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा थी, और ऑल इंडिया 1007 रैंक के साथ सफलता का झंडा गाड़ दिया।

यह विजय केवल आकाश की नहीं, बल्कि उनके चचेरे भाई की भी थी।

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नीलाक्ष सिंह author

उत्तर प्रदेश की राजधानी, नवाबों के शहर लखनऊ का रहने वाला हूं। स्कूली शिक्षा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री सब इसी शहर से प्राप्त की। मीडिया क्ष...और देखें

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