EID Essay in Hindi: ईद पर निबंध कैसे लिखें, जानें कम शब्दों में Eid ul Adha के बारे में

EID par Essay Kaise Likhe: आज ईद का अवसर है। इस बार 17 जून को ईद मनाई जा रही है। इसे ईद-उल-अजहा भी कहते हैं, जिसे बलिदान के त्यौहार के रूप में भी जाना जाता है, यह सबसे महत्वपूर्ण इस्लामी त्योहारों में से एक है, जानें ईद पर निबंध कैसे लिखें, जानें कम शब्दों में Eid ul Adha के बारे में

Eid ul Adha

ईद पर निबंध

EID par Essay Kaise Likhe, EID Essay in Hindi: इस्लाम धर्म में मनाए जाने वाला सबसे बड़ा त्योहार ईद आने वाली है। इस बार 17 जून को ईद मनाई जाएगी। इसे ईद-उल-अज़हा भी कहते हैं, जिसे बलिदान के त्यौहार के रूप में भी जाना जाता है, यह सबसे महत्वपूर्ण इस्लामी त्योहारों में से एक है। इस अक्सर पर स्कूलों में अक्सर निबंध लेखन जैसी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। यदि स्कूल बंद भी हों तो घर पर ईद पर निबंध कैसे लिखें, यह आना चाहिए, ताकि आप स्कूल असाइन्मेंट पूरा करने के साथ साथ इस दिन के बारे में बेसिक जानकारी जरूर जान पाएं, आइए जानें कम शब्दों में Eid ul Adha के बारे में, ईद पर निबंध कैसे लिखें व EID par Essay in Hindi

सबसे महत्वपूर्ण इस्लामी त्योहारों में से एक है, जो इब्राहिम (अब्राहम) द्वारा ईश्वर की आज्ञाकारिता के रूप में अपने बेटे की बलि देने की इच्छा को याद करता है।

अब यदि पूछा जाए कि स्कूल में निबंध कैसे लिखा जाए, तो जानकारियों को हेडिंग व पैराग्राफ में लिखिए:-

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बकरीद क्या है? Eid ul Adha 2024 in India

साल में पहले ईद उल फितर आता है, जबकि ईद उल अजहा का त्योहार बाद में यानी जून में आता है। इसे आप आसान शब्दों में बकरीद नाम से भी जानते हैं।

इसे कुर्बानी का त्यौहार भी कहा जाता है। इस अवसर पर इस्लाम धर्म के लोग कुर्बानी देते हैं। चूंकि इस्लाम धर्म देश व दुनिया में फैला है, इसलिए बकरीद यानी Eid ul Adha को भी दुनियाभर में मनाया जाता है।

ईद क्यों मनाया जाता है बताइए? ईद हमें क्या संदेश देता है?

इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार, पैगंबर हजरत इब्राहिम ने इस दिन अपने बेटे की कुर्बानी दी थी। कुरान और हदीस के अनुसार, अल्लाह ने हजरत इब्राहिम के सपने में जाकर उसे अपने सबसे प्यारे शख्स की कुर्बानी देने का आदेश दिया। पैगंबर हजरत इब्राहिम अल्लाह के प्रति समर्पित थे, उन्होंने अपने बेटे को कुर्बान करने का फैसला लिया। पैगंबर हजरत इब्राहिम अपने बेटे की कुर्बानी देने वाले ही थे लेकिन उस पल उनकी हिम्मत टूट गई, फिर उन्होंने आंख पर पट्टी बांध कर कुर्बानी देने का फैसला लिया, कुर्बानी देने वाले ही थे कि तभी अल्लाह ने इस्माइल को वहां से हटाकर भेड़ को कुर्बान करने का आदेश दिया, और यहां से यह घटना त्याग और समर्पण का प्रतीक बन गई।

भारत में बकरीद कब मनाई जाएगी?

जामा मस्जिद के पूर्व शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बकरीद मनाए जाने की तारीख पर मुहर लगाते हुए कहा था कि ईद उल अजहा (बकरीद) को भारत में बकरीद 17 जून 2024 को मनाया जाएगा।

ईद-उल-फितर के कितने दिन बाद मनाई जाता है ईद उल अजहा

बकरीद (EID Essay in Hindi 10 Lines) ईद-उल-फितर के ठीक 2 महीने और 9 दिन बाद मनाया जाता है। यह त्योहार दुनियाभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। चांद निकलने के बाद जुल्हिज्जाह मनाया जाता है। ध्यान दें, ईद अलग-अलग जगहों में अलग-अलग इसलिए मनाया जा सकता है क्योंकि हर जगह पर चांद दिखने की पुष्टि अलग-अलग समय पर होती है।

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नीलाक्ष सिंह author

उत्तर प्रदेश की राजधानी, नवाबों के शहर लखनऊ का रहने वाला हूं। स्कूली शिक्षा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री सब इसी शहर से प्राप्त की। मीडिया क्ष...और देखें

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