IAS Smriti Mishra Success Story: पिता जिले के सीओ और बेटी बनी कलेक्टर, जानें UPSC टॉपर स्मृति मिश्रा की कहानी
IAS Smriti Mishra Success Story in Hindi: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा 2022 में चौथी रैंक लाकर आईएएस बनने वाली स्मृति मिश्रा के पिता यूपी पुलिस में सीओ/डीएसपी हैं। स्मृति ने आगरा से 12वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद मिरिंडा हाउस कॉलेज से उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की। जानें उनकी सफलता की कहानी।
IAS Smriti Mishra Success Story
IAS Smriti Mishra Success Story in Hindi: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने कुछ समय पहले ही सिविल सेवा 2022 का रिजल्ट जारी किया जिसमें इशिता किशोर ने टॉप किया। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा 2022 में चौथी रैंक लाकर आईएएस बनने वाली स्मृति मिश्रा की कहानी काफी दिलचस्प है। स्मृति के पिता यूपी पुलिस में सीओ/डीएसपी हैं। स्मृति ने आगरा से 12वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद मिरिंडा हाउस कॉलेज से उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की। जानें उनकी सफलता की कहानी।संबंधित खबरें
चौथी रैंक लाकर रचा इतिहास
सिविल सेवा परीक्षा 2022 में चौथी रैंक लाकर स्मृति मिश्रा ने इतिहास रच दिया है। यूपीएससी की परीक्षा में चौथी रैंक प्राप्त करने वाले स्मृति मिश्रा ने आगरा के सेंट क्लेयर्स से 10 और 12वीं की पढ़ाई की है। इसके बाद मिरिंडा हाउस कॉलेज से उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की।संबंधित खबरें
पिता हैं UP Police में डीएसपी
जिस वक्त यूपीएएसी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट आया, वह डीयू से ही लॉ की पढ़ाई कर रही थीं। आईएएस बनने वाली स्मृति मिश्रा के पिता यूपी पुलिस में सीओ/डीएसपी हैं। पिता को बेटी के आईएएस बनने की खबर ड्यूटी पर मिली। स्मृति की मां अनीता मिश्रा गृहणी हैं। इसके अलावा उनके भाई लोकेश मिश्रा सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। संबंधित खबरें
कैसे की UPSC की तैयारी
स्मृति मिश्रा कहती है, 'मैंने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि मुझे आठ घंटे पढ़ना है या 10 घंटे। मैं हमेशा टॉपिक तय करती थी। उसी के हिसाब से आगे पढ़ाई करती थी।' स्मृति आगे कहती हैं, 'पढ़ाई पर फोकस करने के लिए मैंने सोशल मीडिया से भी दूरी बना ली थी। केवल व्हाट्सएप के जरिए ही अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से जुड़ी रहती थी।'संबंधित खबरें
स्मृति कहती हैं उनके पिता लोगों की खूब मदद करते हैं। मैं भी उनकी तरह जरूरतमंद लोगों की मदद करना चाहती थी। वह कहती हैं कि मैं महिलाओं को उनका हक दिलाना चाहती थी। इसलिए मैंने शुरू में ही तय कर लिया था कि मुझे आईएएस अफसर बनना है।संबंधित खबरें
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कुलदीप राघव author
कुलदीप सिंह राघव 2017 से Timesnowhindi.com ऑनलाइन से जुड़े हैं।पॉटरी नगरी के नाम से मशहूर यूपी के बु...और देखें
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