IAS Vijay Wardhan Success Story: एक दो नहीं, 35 बार झेला फेल होने का दर्द, नहीं मानी हार, दृढ़ निश्चय से बने IAS
UPSC Topper Vijay Wardhan Success Story in Hindi: IAS विजय वर्धन ने एक दो बार नहीं, बल्कि कुल 35 बार विभिन्न परीक्षाओं में फेल होने का दर्द झेला है। लेकिन उनकी दृढ़ निश्चय के आगे कोई नकारात्मकता टिक नहीं पाई, और उन्होंने यूपीएससी क्रैक कर दिखाया।
IAS Vijay Wardhan Success Story: आईएएस विजय वर्धन की सफलता की कहानी
UPSC Topper IAS Vijay Wardhan Success Story in Hindi: सक्सेस स्टोरी हमेशा हमें प्रेरित करती है, परीक्षा पास करने वाले छात्रों का संघर्ष, उनकी कोशिशें, त्याग यह सब हमें सिखाती हैं, कि हमें लक्ष्य तक पहुंचने के लिए किसी चमत्कार या पके पकाए फल मिल जाने का इंतजार नहीं करना है, बल्कि अटल निश्चिय ही हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचा सकता है, फिर चाहे हमारे पास कोई सुविधा हो या नहीं, या फिर रास्ते में कितने भी रोड़े या बाधाएं क्यों न आए, ऐसी ही सफलता की एक कहानी है IAS विजय वर्धन की।संबंधित खबरें
IAS विजय वर्धन ने एक दो बार नहीं, बल्कि कुल 35 बार विभिन्न परीक्षाओं में फेल होने का दर्द झेला है। लेकिन उनकी दृढ़ निश्चय के आगे कोई नकारात्मकता टिक नहीं पाई, और उन्होंने यूपीएससी क्रैक कर दिखाया। उन्होंने साल 2018 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी, इस दौरान उन्होंने 104वीं रैंक हासिल की थी। संबंधित खबरें
35 से अधिक परीक्षा में असफल -IAS Vijay Wardhan Inspiring Storyसंबंधित खबरें
यह कहानी उन सभी लोगों के लिए है जो किसी परीक्षा में असफल हो गए हैं, और निराश महसूस करते हैं। विजय की यात्रा 2013 में शुरू हुई जब वह अपने गृहनगर हिसार से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद दिल्ली आए। वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली आए। अंततः जीवन में सफल होने में उन्हें 6 साल और कई असफल प्रयास लगे। इन कई वर्षों में, विजय ने 35 से अधिक सरकारी परीक्षाएं दीं, जिनमें वह सफल नहीं हो सके।संबंधित खबरें
एक के बाद एक सभी बाधाओं की पार - IAS Vijay Wardhan Motivational Storyसंबंधित खबरें
2014 में विजय ने पहली बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए प्रयास किया, जिसमें वह असफल रहे। 2015 में उन्होंने फिर से परीक्षा के लिए प्रयास किया और प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने में असमर्थ रहे। अगले वर्षों, 2016 और 2017 में उन्होंने परीक्षा के लिए प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सके। इससे भी अधिक दृढ़ संकल्पित होकर, उन्होंने 2018 में फिर से प्रयास किया और इस बार उन्होंने इसे पूरा किया। संबंधित खबरें
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने से लेकर मुख्य परीक्षा और फिर साक्षात्कार तक, विजय वर्धन एक के बाद एक बाधाएं पार करते रहे। अंतिम परिणाम यह हुआ कि वह सफल हुए और यूपीएससी सिविल सेवा 2018 में 104वीं रैंक हासिल की।संबंधित खबरें
आखिर चरण तक आकर हो जाते थे फेल - IAS Vijay Wardhan Success Storyसंबंधित खबरें
विजय विभिन्न ग्रेड ए और ग्रेड बी सरकारी परीक्षाओं में शामिल हुए। उन्होंने यूपी पीसीएस, हरियाणा पीसीएस, पंजाब पीसीएस, एसएससी सीजीएल, एलआईसी, नाबार्ड, इसरो, हरियाणा एक्साइज इंस्पेक्टर, आरआरबी एनटीपीसी, आरबीआई ग्रेड बी आदि परीक्षाओं में कोशिश की। इनमें से अधिकांश परीक्षाओं में उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा तो पास कर ली, लेकिन मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो पाए। कई बार तो ऐसा हुआ कि वह मेडिकल परीक्षा या दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में भी असफल हो गए।संबंधित खबरें
भारतीय पुलिस सेवा में हुआ चयनसंबंधित खबरें
जहां एक असफलता किसी को निराश कर सकती है, वहीं विजय के सामने तो मानों एक के बाद एकबाढ़ सी आ गई हो। लेकिन उन्होंने अपने सपनों को नहीं छोड़ा विजय ने इस कहावत को चरितार्थ किया - जो चीज आपको तोड़ती नहीं, वह आपको मजबूत बनाती है। अपने सपने को साकार करने के लिए, विजय ने अपने सपनों के लिए संघर्ष करना जारी रखा। विजय वर्धन ने न सिर्फ परीक्षा पास की, बल्कि 104वीं रैंक भी हासिल की। विजय वर्धन ने भारतीय पुलिस सेवा को चुना है।संबंधित खबरें
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नीलाक्ष सिंह author
उत्तर प्रदेश की राजधानी, नवाबों के शहर लखनऊ का रहने वाला हूं। स्कूली शिक्षा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्र...और देखें
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