Janmashtami Essay In Hindi: जन्माष्टमी पर ऐसे लिखें सबसे सरल व शानदार निबंध, मिलेंगे पूरे मार्क्स
Janmashtami Essay, Nibandh In Hindi: इस बार कृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त 2024 को है। इस दिन को सनातन धर्म में बड़े धूमधाम से मनाया (Janmashtami Essay In Hindi) जाता है। इस दिन स्कूल कॉलेज व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित किए (Janmashtami Nibandh In Hindi) जाते हैं। वहीं कई बार स्कूल टेस्ट या परीक्षा में जन्माष्टमी पर निबंध लिखने के लिए आ जाता है। यहां हम आपके लिए जन्माष्टमी पर सबसे सरल व शानदार निबंध लेकर आए हैं।
Janmashtami Essay In Hindi: जन्माष्टमी पर निबंध हिंदी में
Janmashtami Essay, Nibandh In Hindi: सनातन धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार जन्माष्टमी का पर्व सावन मास के कृष्ण पक्ष के 8वें दिन मनाया (Janmashtami Essay In Hindi) जाता है। यही वह दिन है जब भगवान श्री कृष्ण ने धरती पर अवतार लिया था। इस दिन को उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, पंजाब समेत लगभग देश के सभी राज्यों में बड़े धूमधाम से मनाया (Janmashtami Essay 10 Lines) जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण की विधिवत पूजा अर्चना करने से भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं और जीवन में आने वाले कष्टों का निवारण होता है।
इस दिन मथुरा वृंदावन में अधिक धूम देखने को मिलती है। इस खास अवसर पर स्कूल व अन्य शैक्षणिक संस्थानों पर तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वहीं कई बार स्कूल टेस्ट या परीक्षा में जन्माष्टमी पर निबंध लिखने के लिए भी आ जाता है। ऐसे में यहां हम आपके लिए जन्माष्टमी पर सबसे छोटा व शानदार निबंध लेकर आए हैं।
Janmashtami Essay In Hindi: जन्माष्टमी पर ऐसे लिखें निबंधजन्माष्टमी पर निबंध की शुरुआत गीता में वर्णित भगवान श्रीकृष्ण के श्लोक से करें। साथ ही ध्यान रहे इसमें भाषा, मात्रा या किसी प्रकार की कोई गलती ना करें। यदि इसमें किसी प्रकार की कोई श्रुटि पाई जाती है तो आपके मार्क्स कट जाएंगे। साथ ही निबंध लिखने से पहले एक रूपरेखा तैयार कर लें।
- जन्माष्टमी कब है
- जन्माष्टमी का महत्व
- जन्माष्टमी का इतिहास
- जन्माष्टमी क्यों मनाया जाता है
Janmashtami Essay 10 Lines In Hindi: जन्माष्टमी पर सबसे छोटा व शानदार निबंधहिंदू धर्म में जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण के भक्त बाल गोपाल के जन्मोत्सव की तैयारी में जुटे हैं। मंदिरों को सजाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के अष्टमी तिथि को देवकीनंदन ने जन्म लिया था। भगवान श्रीकृष्ण को लीलाधर भी कहा जाता है। बाल गोपाल गोपियों के लिए माखनचोर थे, तो मित्रों के लिए ग्वाला, शत्रुओं के लिए महाकाल और प्रजा के लिए प्रिय राजा था। भगवान श्री कृष्ण ने श्री हरि भगवान विष्णु के 8वें अवकतार के रूप के जन्म लिया था।
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आदित्य सिंह author
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की नगरी अयोध्या का रहने वाला हूं। लिखने-पढ़ने का शौकीन, राजनीति और श...और देखें
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