तरबूज पर PM मोदी और सालासर बालाजी की फोटो उकेर छा गया ये शेफ, जानें कहा से सीखी है अनोखी कला

आज हम आपको मिलवाते हैं राजस्थान के उदयपुर के समीप स्थित हिंता गांव के एक शेफ हर्षवर्धन सिंह शक्तावत से। वह तरबूज पर आकृति बनाने के लिए जाने जाते है। उन्होंने होटल मैनेजमेंट करने का निर्णय लिया। 2017 में उन्होंने CETT Udaipur से होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया और फिर गोल्डन ट्यूलिप में ट्रेनिंग की।

chef Harshvardhan Singh

Hotel Management Graduate Chef Harshvardhan Singh Shaktawat: कहते हैं कि कला का कोई रूप नहीं होता। कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन किसी भी अनोखे रूप में करता है और सबका दिल जीत लेता है। आज हम आपको एक ऐसे कलाकार से मिलवाते हैं, जो अपनी कला से इन दिनों खासा चर्चा में है। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के उदयपुर के समीप स्थित हिंता गांव के एक शेफ हर्षवर्धन सिंह शक्तावत की। वह तरबूज पर आकृति बनाने के लिए जाने जाते है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर तरबूज पर उनकी हुबहू छवि उकेर कर अनोखे अंदाज में उन्हें बधाई दी है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा गया। अब उन्होंने सालासर बालाजी महाराज की तस्वीर तरबूज पर उकेरी है।

होटल मैनेमेंट ग्रेजुएट हैं हर्षवर्धन

हर्षवर्धन ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने अपने चाचा के होटल में हाथ बंटाना शुरू किया। यहां से उनके उनके भीतर पाक कला में करियर बनाने का जुनून जागा। इसके बाद उन्होंने होटल मैनेजमेंट करने का निर्णय लिया। 2017 में उन्होंने CETT Udaipur से होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया और फिर गोल्डन ट्यूलिप में ट्रेनिंग की। इसके बाद यान वेलनेस रिसोर्ट में उनकी पहली जॉब लगी। आज वे लेक एंड होटल में शेफ के रूप में कार्यरत हैं।

Chef Harshvardhan Singh

अपनी कला के प्रति समर्पित

हर्षवर्धन बताते हैं कि उनके पिता भगवान सिंह एक किसान हैं। वह कहते हैं कि मैं एक किसान परिवार से हूं, लेकिन मैंने कभी अपने सपनों को मरने नहीं दिया। मुझे कला से बहुत लगाव है और मैं अपनी कला के माध्यम से लोगों का दिल जीतना चाहता हूं। हाल ही में वह सालासर बालाजी धाम पहुंचे और दर्शन के दौरान हर्षवर्धन ने बालाजी के भक्तों के सामने ही तरबूज पर बालाजी की जीवंत छवि उकेर दी।
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