Success Story: डिजिटल दुनिया को बनाया हथियार, मेहुल ने लीक से हटकर पाया मुकाम

बीकानेर में जन्मे मेहुल पुरोहित का जीवन आसान नहीं था। पिता के निधन के बाद उनकी मां ने परिवार को संभाला। छोटे-छोटे काम करके उन्होंने मेहुल और उनके भाई को पढ़ाया। मेहलु ने भी करियर की अलग राह चुनी और डिजिटल वर्ल्ड को हथियार बनाकर लीक से हटकर मुकाम पाया।

Success story of Mehul Purohit

Success story of Mehul Purohit: राजस्थान के बीकानेर में जन्मे मेहुल पुरोहित का जीवन आसान नहीं था। बचपन में पिता का निधन हो गया और उसके बाद उनकी मां ने परिवार को संभाला। छोटे-छोटे काम करके उन्होंने मेहुल और उनके भाई को पढ़ाया। मेहलु ने भी करियर की अलग राह चुनी और डिजिटल वर्ल्ड को हथियार बनाकर लीक से हटकर मुकाम पाया। बीकानेर से निकलकर डिजिटल ब्रांडिंग और इन्फ्लूएंसर मैनेजमेंट की दुनिया में आज मेहुल पुरोहित ने बड़ा नाम बना लिया है। उनका मानना है कि आज डिजिटल का जमाना है और इस क्षेत्र में करियर के ऐसे अवसर हैं जो युवाओं के लिए सफलता के नए रास्ते खोलते हैं।

शिक्षा और करियर

मेहुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रमेश इंग्लिश स्कूल से की और फिर प्लैनेट ऑफ कॉमर्स से हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने 2021-23 के बीच महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर से ग्रेजुएशन किया। वह बताते हैं कि 11वीं क्लास में ही उन्होंने ग्राफिक डिजाइनिंग सीख ली थी और फ्रीलांसिंग करना शुरू कर दिया था। इसके बाद गूगल और यूट्यूब की मदद से डिजिटल ब्रांडिंग की बारीकियां सीखीं।

ऐसे शुरू हुआ सफर

2021 में मेहुल ने अपने भाई देवेंद्र पुरोहित के साथ मिलकर मल्टीफेज डिजिटल की स्थापना की जोकि डिजिटल ब्रांडिंग, इन्फ्लूएंसर मैनेजमेंट और ब्रांड कैंपेन स्पेशलिस्ट है। वह क्रिएटिव तरीके से ब्रांडिंग और मैनेजमेंट का काम करते हैं। वह कहते हैं कि आज के समय में हर कोई अपनी इमेज की ब्रांडिंग चाहता है। ऐसे में यह एक उभरता हुआ करियर ऑप्शन है। क्रिएटिव सोच वाले युवा इस दिशा में संभावनाएं तलाश सकते हैं।

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