Swami Vivekananda Jayanti 2024: स्वामी विवेकानंद जयंती पर जानें क्यों वे आज भी युवाओं के लिए हैं आइकन

Swami Vivekananda Jayanti 2024 National Youth Day: भारत आज, 12 जनवरी, 2024 को युवा दिवस मना रहा है। इस दिन को स्वामी विवेकानंद जयंती के रूप में भी मनाते हैं, चलिए इस मौके पर जानते हैं क्यों वे आज भी युवाओं के लिए आइकन हैं।

Swami Vivekananda jayanti 2024

स्वामी विवेकानंद जयंती 2024

Swami Vivekananda Jayanti 2024 National Youth Day Quotes For Youth, Success: भारत आज, 12 जनवरी, 2024 को युवा दिवस मना रहा है। इस दिन को स्वामी विवेकानंद जयंती के रूप में भी मनाते हैं, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के नासिक में 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव (National Youth Festival 2024) का उद्घाटन करेंगे और देश के युवाओं को संबोधित करेंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि स्वामी विवेकानन्द 122 वर्षों के बाद भी युवाओं के प्रतीक क्यों बने हुए हैं? (Swami Vivekananda Quotes For Youth) चलिए इस मौके पर जानते हैं क्यों वे आज भी युवाओं के लिए आइकन हैं।
स्वामी विवेकानन्द ने एक बार कहा था, (National Youth Day Quotes For Youth) “आप जो भी सोचेंगे, वही बनेंगे। यदि आप अपने आप को कमजोर समझते हो, तो आप कमजोर बनेंगे; यदि आप अपने आप को मजबूत सोचते हैं, तो आप मजबूत होंगे।”
स्वामी विवेकानद ने आगे कहा, "उच्चतम को देखें, उस उच्चतम को लक्ष्य करें, और आप उच्चतम तक पहुंच जाएंगे।"
उनके कहे शब्द आज भी शक्ति और ज्ञान से भरे हैं, इसीलिए उन्हें आज भी एक युवा आइकन के तौर पर देखा जाता है।
12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस 2024
स्वामी विवेकानन्द ने अपने विचारों (Swami Vivekananda Quotes In Hindi) को सीधे लोगों तक, विशेषकर युवाओं तक पहुंचाया। उनका संदेश जाति और पंथ के बंधनों को तोड़कर सार्वभौमिक भाईचारे की भाषा की बात करता था। उन्होंने युवाओं की शाश्वत ऊर्जा और सत्य के लिए उनकी बेचैन खोज को मूर्त रूप दिया।
स्वामी विवेकानंद ने भारतीय समाज के पुनर्निर्माण के लिए जो विभिन्न तरीके सुझाए, उनमें शिक्षा लोगों को सशक्त बनाने का प्राथमिक साधन था। उन्होंने एक बार कहा था, (Swami Vivekananda Jayani Speech in Hindi)"वह शिक्षा जो आम जनता को जीवन के संघर्ष के लिए खुद को तैयार करने में मदद नहीं करती है, जो चरित्र की ताकत, परोपकार की भावना और शेर का साहस नहीं लाती है - क्या वह शिक्षा है? वास्तविक शिक्षा वह है जो व्यक्ति को अपने पैरों पर खड़ा होने में सक्षम बनाती है।” उनके लिए, शिक्षा का अर्थ धर्मनिरपेक्ष शिक्षा है जो छात्रों में चरित्र का निर्माण करती है और मानवीय मूल्यों को स्थापित करती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एजुकेशन (education News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

    TNN एजुकेशन डेस्क author

    सरकारी नौकरी हर युवा की चाह है। आईएएस, पीसीएस जैसी कई नौकरियां ऐसी हैं, जिनके मिलने के बाद करियर फर्श से अर्श तक पहुंच जाता है, या यूं कहें कि सेट हो ...और देखें

    End of Article

    © 2024 Bennett, Coleman & Company Limited