LIVE

Republic Day 26 January Speech in Hindi, रिपब्लिक डे भाषण LIVE: गणतंत्र दिवस पर देने जा रहे हैं स्पीच, तो यहां बनें भाषण के जादूगर

Republic Day 26 January Speech, Bhashan, Essay, Poem In Hindi, Gantantra Diwas Par Bhashan, Nibandh, Kavita In Hindi LIVE: हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। प्रत्येक भारतवासी के लिए इस दिन का विशेष (Republic Day Speech In Hindi) महत्व है। इस बार भारतवर्ष अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। ऐसे में टाइम्स नाउ नवभारत के इस लाइव ब्लॉग में हम आपके लिए रिपब्लिक डे पर स्पीच, भाषण, निबंध, पोएम, स्लोग और गीत लेकर (26 January Speech In Hindi) आए हैं। यहां देखें रिपब्लिक डे स्पीच, रिपब्लिक डे स्पीच इन हिंदी, रिपब्लिक डे शॉर्ट स्पीच, रिपब्लिक डे पर निबंध, रिपब्लिक डेट पोएम लेकर ( Gantantra Diwas Par Bhashan) आए है।

Republic Day 26 January Speech in Hindi, रिपब्लिक डे भाषण LIVE: गणतंत्र दिवस पर देने जा रहे हैं स्पीच, तो यहां बनें भाषण के जादूगर

Republic Day 26 January Speech in Hindi, रिपब्लिक डे भाषण LIVE: गणतंत्र दिवस पर देने जा रहे हैं स्पीच, तो यहां बनें भाषण के जादूगर

Republic Day 26 January Speech, Bhashan (रिपब्लिक डे भाषण) LIVE : हे भारत के राम जगो मैं तुम्हें जगाने आया हूं और सौ धर्मों का धर्म है एक बलिदान बताने आया हूं...आशुतोष राणा की यह कविता सुनकर लोगों के भीतर मातृभूमि के प्रति प्रेम जाग (Republic Day Speech In Hindi) उठता है। गणतंत्र दिवस में अब महज एक से दो दिन बाकी हैं। ऐसे में पूरा देश तिरंगामय हो (Republic Day Speech) गया है। स्कूल कॉलेज से लेकर सामाजिक स्थल गणतंत्र दिवस की तैयारी में जुटे हैं। इस दिन को भारतवर्ष में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस बार भारतवर्ष अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। यही वह दिन है जब वर्ष 1950 में देश में संविधान लागू किया (26 January Speech In Hindi) गया था। इस अवसर राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराते हैं। साथ ही सैनिकों, अर्धसैनिक बलों आदि की लंबी परेड होती है। इस कार्यक्रम में देश की ताकत, तरक्की और पराक्रम को बयां किया जाता है।

Republic Day 26 January Speech, Essay, Poem In Hindi |

Republic Day Speech In Hindi

इस वर्ष भारत के विभिन्न राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्रालयों व विभागों की 31 झाकियां भाग लेंगी, जो स्वर्णिम भारत, विरासत और विकास पर आधारित होंगी। बता दें 26 जनवरी की तारीख अपने आप में बेहद खास है। यही वह दिन है जब भारत को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और गणतंत्र राष्ट्र घोषित किया गया था। यह दिन हर भारतवासी के लिए विशेष है। इस खास मौके पर स्कूल, कॉलेज से लेक अन्य शैक्षणिक संस्थानों में तमाम तरह के देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ऐसे में इस लाइव ब्लॉग के जरिए हम आपके लिए रिपब्लिक डे पर स्पीच, भाषण, निबंध, कविता, पोएम और स्लोगन लेकर आए हैं।

Republic Day 26 January Speech, Bhashan, Essay, Nibandh, Poem In Hindi 2025

- वतन की धरती को अब छोड़ नहीं सकते, हम हिंदुस्तानी इसे छोड़ नहीं सकते। तिरंगे की शान है हमारी, इससे जुड़ी तिजारत को छोड़ नहीं सकते।
- मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए, बस अमन से भरा यह वतन चाहिए। जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुं तो - तिरंगा कफन चाहिए।- कुछ नशा तिरंगे की आन का है कुछ नशा मातृभूमि की शान का है हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
- ना पूछो जमाने से कि क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिंदुस्तानी हैं।

Jan 24, 2025 | 08:22 PM IST

Republic Day 26 January Poem: माखनलाल चतुर्वेदी की कविता

चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ।
चाह नहीं, प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ॥
चाह नहीं, सम्राटों के शव पर, हे हरि, डाला जाऊँ।
चाह नहीं, देवों के सिर पर चढूँ, भाग्य पर इठलाऊँ॥
मुझे तोड़ लेना वनमाली!
उस पथ में देना तुम फेंक॥
मातृ-भूमि पर शीश चढ़ाने।
जिस पथ जावें वीर अनेक॥
Jan 24, 2025 | 07:21 PM IST

Republic Day Poem in Hindi: स्पीच में बोलें ये कविता

चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला याद कर लें।
गणतंत्र दिवस का है ये पावन दिन,
आओ मिलकर भारत मां को सलाम कर लें।
Jan 24, 2025 | 05:18 PM IST

Republic Day Speech Poem Idea: भाषण के अंत के लिए कविता

शान से तिरंगा लहराएं, हम देश के साथ खड़े हैं,
हम भारत के सच्चे सपूत हैं और हर दुआ में यही दुआ है।
गणतंत्र दिवस की हर खुशी में, हम सब एक साथ हैं,
भारत के हर कोने में, यही आवाज है, यही बात है!
Jan 24, 2025 | 04:31 PM IST

जगदंबा प्रसाद मिश्र ‘हितैषी' की कविता

उरूजे कामयाबी पर कभी हिंदोस्ताँ होगा।
रिहा सैयाद के हाथों से अपना आशियाँ होगा॥
चखाएंगे मज़ा बर्बादी-ए-गुलशन का गुलचीं को।
बहार आ जाएगी उस दम जब अपना बाग़बाँ होगा।
ये आए दिन की छेड़ अच्छी नहीं ऐ ख़ंजर-ए-क़ातिल।
पता कब फ़ैसला उनके हमारे दरमियाँ होगा॥
Jan 24, 2025 | 03:40 PM IST

Republic Day Speech In Hindi LIVE: गणतंत्र दिवस पर सबसे सरल भाषण

Republic Day Speech In Hindi LIVE आदरणीय प्राधानाचार्य, उप प्राधानाचार्य, मुख्य अतिथिगण, शिक्षकगण व मेरे प्रिय साथियों आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम सभी 76वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में सभागार में एकत्रित हुए हैं। यह भारतवासियों के लिए किसी राष्ट्रीय पर्व से कम नहीं है। यह प्रत्येक देशवासी के लिए सम्मान और गौरव का प्रतीक है। यह वह दिन है जब भारत देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को 10 बजकर 18 मिनट पर 21 तोपों की सलामी के साथ संविधान लागू किया गया था।
Jan 24, 2025 | 02:19 PM IST

Republic Day Speech, Bhashan, Poem In Hindi: ऐसे करें भाषण की शुरुआत

Republic Day Speech, Bhashan, Poem In Hindi यदि आप चाहते हैं कि गणतंत्र दिवस पर आपके भाषण से पूरा सभागार गुंजायमान हो उठे तो अपने भाषण की शुरुआत किसी देशभक्ति कविता या कोट्स से करें। यकीन मानिए तालियों के गड़गड़ाहट से पूरा सभागार गूंज उठेगा।
Jan 24, 2025 | 01:40 PM IST

Republic Day 26 January Speech, Bhashan, Poem 2025 LIVE: देशभक्ति कविताओं का करें जिक्र

Republic Day 26 January Speech, Bhashan, Poem 2025 LIVE ध्यान रहे अपने भाषण के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों का जिक्र करना ना भूलें। बिना इसके आपका भाषण अधूरा माना जाएगा। साथ ही भाषण के बीच बीच में देशक्ति कविताओं का जिक्र अवश्य करें।
Jan 24, 2025 | 12:22 PM IST

26 January Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE: सबसे विस्तृत संविधान

26 January Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागू कर देश को लोकतांत्रित गणराज्य घोषित किया गया था। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे विस्तृत व लिखित संविधान है। संविधान को बनने में कुल 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था।
Jan 24, 2025 | 11:47 AM IST

Republic Day Hindi Speech, Bhashan, Poem LIVE: रामप्रसाद बिस्मिल की इस कविता से करें भाषण शुरू

इलाही खैर! वो हरदम नई बेदाद करते हैं,
हमें तोहमत लगाते हैं, जो हम फरियाद करते हैं
कभी आजाद करते हैं, कभी बेदाद करते हैं
मगर इस पर भी हम सौ जी से उनको याद करते हैं
असीराने-कफस से काश, यह सैयाद कह देता
रहो आजाद होकर, हम तुम्हें आजाद करते हैं
रहा करता है अहले-गम को क्या-क्या इंतजार इसका
कि देखें वो दिले-नाशाद को कब शाद करते हैं
यह कह-कहकर बसर की, उम्र हमने कैदे-उल्फत में
वो अब आजाद करते हैं, वो अब आजाद करते हैं
सितम ऐसा नहीं देखा, जफा ऐसी नहीं देखी,
वो चुप रहने को कहते हैं, जो हम फरियाद करते हैं
यह बात अच्छी नहीं होती, यह बात अच्छी नहीं करते
हमें बेकस समझकर आप क्यों बरबाद करते हैं?
कोई बिस्मिल बनाता है, जो मकतल में हमें 'बिस्मिल'
तो हम डरकर दबी आवाज से फरियाद करते हैं।।
- राम प्रसाद बिस्मिल
Jan 24, 2025 | 10:25 AM IST

Republic Day Hindi Speech, Bhashan, Poem LIVE: इस कविता से शुरू करें अपनी स्पीच

Republic Day Hindi Speech, Bhashan, Poem
चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूंथा जाऊं।
चाह नहीं, प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊं॥
चाह नहीं, सम्राटों के शव पर, हे हरि, डाला जाऊं।
चाह नहीं, देवों के सिर पर चढूं, भाग्य पर इठलाऊं॥
मुझे तोड़ लेना वनमाली!
उस पथ में देना तुम फेंक॥
मातृ-भूमि पर शीश चढ़ाने।
जिस पथ जावें वीर अनेक॥
Jan 24, 2025 | 10:24 AM IST

Republic Day Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE: ऐसे दें रिपब्लिक डे का भाषण

Republic Day Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE आदरणीय प्राधानाचार्य महोदय, उप प्राधानाचार्य महोदय, माननीय मुख्य अतिथिगण व सम्मानित शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। इसके बाद आप अपना भाषण सभा में बैठे लोगों के सामने पेश करें।
Jan 24, 2025 | 09:14 AM IST

Republic Day Speech, Poem In Hindi LIVE: सारे जहां से अच्छा.. इस कविता से करें भाषण की शुरुआत

सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसितां हमारा
गुर्बत में हों अगर हम रहता है दिल वतन में
समझो वहीं हमें भी दिल हो जहां हमारा
पर्बत वो सब से ऊंचा हम-साया आसमां का
वो संतरी हमारा वो पासबां हमारा
गोदी में खेलती हैं इस की हजारों नदियां
गुलशन है जिन के दम से रश्क-ए-जिनां हमारा
ऐ आब-रूद-ए-गंगा वो दिन है याद तुझ को
उतरा तिरे किनारे जब कारवां हमारा
मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा
यूनान ओ मिस्र ओ रूमा सब मिट गए जहां से
अब तक मगर है बाकी नाम-ओ-निशां हमारा
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़मां हमारा
Jan 24, 2025 | 08:54 AM IST

Republic Day Poem In Hindi LIVE: कदम कदम बढ़ाए जा

कदम कदम बढ़ाए जा
ख़ुशी के गीत गाए जा;
ये ज़िंदगी है क़ौम की,
तू क़ौम पे लुटाए जा।
उड़ी तमिस्र रात है, जगा नया प्रभात है,
चली नई जमात है, मानो कोई बरात है,
समय है, मुस्कुराए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाए जा।
जो आ पड़े कोई विपत्ति मार के भगाएँगे,
जो आए मौत सामने तो दाँत तोड़ लाएँगे,
बहार की बहार में
बहार ही लुटाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
जहाँ तलक न लक्ष्य पूर्ण हो समर करेंगे हम,
खड़ा हो शत्रु सामने तो शीश पै चढ़ेंगे हम,
विजय हमारे हाथ है
विजय-ध्वजा उड़ाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
क़दम बढ़े तो बढ़ चले, आकाश तक चढ़ेंगे हम,
लड़े हैं, लड़ रहे हैं, तो जहान से लड़ेंगे हम
बड़ी लड़ाइयाँ हैं तो
बड़ा क़दम बढ़ाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा
ख़ुशी के गीत गाए जा।
निगाह चौमुखी रहे, विचार लक्ष्य पर रहे,
जिधर से शत्रु आ रहा उसी तरफ़ नज़र रहे,
स्वतंत्रता का युद्ध है,
स्वतंत्र होके गाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाए जा।
Jan 24, 2025 | 08:50 AM IST

Republic Day Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE: भाषण में ये भी बताएं

Republic Day Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE इस वर्ष भारत के विभिन्न राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों के मंत्रालयों व विभागों की 31 झाकियां भाग लेंगी, जो स्वर्णिम भारत, विरासत और विकास पर आधारित होंगी।
Jan 24, 2025 | 07:41 AM IST

26 January Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE: सुभाष चंद्र बोष जी के इस कविता से करें भाषण की शुरुआत

वह खून कहो किस मतलब का
जिसमें उबाल का नाम नहीं।
वह खून कहो किस मतलब का
आ सके देश के काम नहीं।
वह खून कहो किस मतलब का
जिसमें जीवन, न रवानी है!
जो परवश होकर बहता है,
वह खून नहीं, पानी है!
उस दिन लोगों ने सही-सही
खून की कीमत पहचानी थी।
जिस दिन सुभाष ने बर्मा में
मांगी उनसे कुर्बानी थी।
Jan 24, 2025 | 07:39 AM IST

Republic Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE: इस कविता से करें भाषण की शुरुआत

सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
बूढ़े भारत में आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी।
चमक उठी सन सत्तावन में, वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
कानपूर के नाना की, मुँहबोली बहन छबीली थी,
लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी,
नाना के सँग पढ़ती थी वह, नाना के सँग खेली थी,
बरछी ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी।
वीर शिवाजी की गाथायें उसकी याद ज़बानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।।
Jan 24, 2025 | 07:38 AM IST

Republic Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE: इस कोट्स से करें भाषण की शुरुआत

Republic Speech, Bhashan, Poem In Hindi LIVE मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए, बस अमन से भरा यह वतन चाहिए। जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुं तो - तिरंगा कफन चाहिए।- कुछ नशा तिरंगे की आन का है कुछ नशा मातृभूमि की शान का है हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
Jan 24, 2025 | 07:37 AM IST

Republic Day Speech, Bhashan, Poem In Hindi: गणतंत्र दिवस पर सरल व दमदार भाषण

गणतंत्र दिवस के महत्व व इतिहास का जिक्र करने के लिए भाषण व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। ऐसे में यहां हम आपके लिए गणतंत्र दिवस पर शानदार भाषण, निबंध और कोट्स लेकर आए हैं।
Jan 24, 2025 | 07:36 AM IST

Republic Day 26 January Speech, Bhashan, Poem 2025 LIVE: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस

Republic Day 26 January Speech, Bhashan, Poem 2025 LIVE हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस बार भारतवर्ष अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। यही वह दिन है जब वर्ष 1950 में देश में संविधान लागू किया (26 January Speech In Hindi) गया था।

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited