Sawan Essay, Nibandh In Hindi: सावन माह पर सबसे छोटा व शानदार निबंध

Sawan Essay, Nibandh In Hindi: आज यानी 22 जुलाई 2024, सोमवार से सावन मास की शुरुआत हो (Sawan Essay In Hindi) चुकी है। इस खास मौके पर हम आपके लिए सावन पर निबंध, कोट्स व स्टूडेंट्स के लिए श्लोक (Essay On Sawan Month In Hindi) लेकर आए हैं।

Sawan Essay, Nibandh In Hindi: सावन माह पर सबसे छोटा व शानदार निबंध

Sawan Essay, Nibandh In Hindi: सावन मास की शुरुआत हो चुकी है। आदिदेव महादेव के भक्तों के लिए यह महीना बेहद खास माना (Essay On Sawan Month In Hindi) जाता है। मान्यता है कि इस महीने विधि विधान से महादेव की पूजा अर्चना करने से भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं तथा जीवन में आने वाले सभी कष्टों का निवारण (Sawan Da Mahina Essay In Punjabi) होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के पूर्णिमा तिथि के समापन के साथ ही सावन मास की शुरुआत हो (Sawan Somwar Essay In Hindi) जाती है। इस बार सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त को समाप्त हो जाएगा।

सनातम धर्म में इस महीने को सबसे पवित्र माना जाता है। इस खास मौके पर स्कूल, कॉलेजों में भी तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। साथ ही इस माह के महत्व व इतिहास से लोगों को अवगत कराने के लिए निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है। वहीं अक्सर स्कूल में होने वाले टेस्ट व पेपर में सावन पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है। ऐसे में यहं हम आपके लिए सावन माह पर शानदार निबंध लेकर आए हैं। यदि आप ऐसे निबंध लिखते हैं तो आपको शत प्रतिशत मार्क्स मिलने की गारंटी है।

Sawan Essay In Hindi: सावन माह पर निबंधसावन मास के निबंध की शुरुआत आदिदेव महादेव के किसी मंत्र या फिर श्लोक के साथ करें। साथ ही ध्यान रहे निबंध में केवल महत्वपूर्ण बातों का जिक्र करें। साथ ही सीमित शब्दों में निबंध लिखें। इससे आपका निबंध दूसरों से अलग होगा। साथ ही पढ़ने वाले की आंखें पन्ने से हटने का नाम नहीं लेंगी।

Essay On Sawan Month In Hindi: कैसे लिखें निबंधकिसी भी विषय पर निबंध लिखते समय सबसे पहले इसे तीन से चार भागों में विभाजित कर लें। जिससे पढ़ने वाले को समझने में काफी आसानी होगी। इससे आपका निबंध सबसे अलग और शानदार होगा।

  • प्रस्तावना
  • सावन कब शुरू होता है?
  • सावन माह का महत्व
  • सावन माह का इतिहास
Sawan Essay, Nibandh In Hindi: सावन माह पर सबसे छोटा व शानदार निबंधहिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार पांचवां महीना सावन का होता है। कहा जाता है कि जब हिंदू कैलेंडर का पांचवा महीना शुरू होता है तो चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में होता है। यही कारण है कि इस महीने का नाम श्रावण मास रखा गया। यह महीना आदिदेव महादेव को समर्पित होता है। शिव पुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार इस महीने विधि-विधान से महादेव की पूजा अर्चना करने से भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं और अकाल मृत्यु का भय खत्म होता है। कहा जाता है कि समुंद्र मंथन के दौरान सृष्टि की रक्षा के लिए भोलेनाथ ने हलाहल नामक विष पिया था, जिसके चलते उनका गला गीला पड़ गया था। ऐसे में सावन माह में सभी देवताओं ने विष के प्रभाव को कम करने के लिए उनपर जल अर्पित किया था। इसके बाद से सावन माह में भगवान शिव को जल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई।

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