12th Fail मूवी जैसी है 10वीं फेल ईश्वर गुर्जर की कहानी, पिता ने समझाया तो दो बार UPSC क्रैक कर रचा इतिहास

UPSC Civil service Exam 2023 Result Story of 10th Fail Ishwar Gurjar: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के भांबरा का बाडिया गांव के रहने वाले ईश्वर गुर्जर की कहानी हाल ही में आई 12th फेल मूवी से मेल खाती है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में ईश्वर गुर्जर को 555वीं रैंक मिली है। इससे पहले 2022 में उनके 644वीं रैंक आई थी।

UPSC CSE 2023 Result Ishwar Gurjar success story

UPSC Civil service Exam 2023 Result, Meet 10th Fail Ishwar Gurjar who cracked UPSC Second time: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के भांबरा का बाडिया गांव के रहने वाले ईश्वर गुर्जर की कहानी हाल ही में आई 12th फेल मूवी से मेल खाती है।मंगलवार को देश की सबसे कठिन परीक्षा यानि कि यूपीएससी सिविल सर्विसेज 2023 का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट https://upsc.gov.in/ पर रिजल्ट चेक करने का स्टेप्स दिया गया है। इस बार सिविल सर्विसेज की परीक्षा में आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया है। वहीं, दूसरे स्थान पर अनिमेष प्रधान हैं। जबकि तीसरे स्थान पर दोनुरु अनन्या रेड्डी हैं। आयोग की तरफ से कुल 1016 अभ्यर्थियों का फाइनल रूप से चयन किया गया है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में ईश्वर गुर्जर को 555वीं रैंक मिली है। इससे पहले 2022 में उनके 644वीं रैंक आई थी। ईश्वर गुर्जर अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया। साल 2019 के पहले प्रयास में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाए। साल 2020 में इंटरव्यू तक पहुंचे। 2021 में भी उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी।

Who is Ishwar Gurjar: कौन हैं ईश्वर गुर्जर

ईश्वर गुर्जर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के भांबरा का बाडिया गांव से आते हैं। उनके पिता सुवालाल गुर्जर एक किसान हैं और मां सुखी देवी घरेलू महिला हैं। पिता किसान हैं और उन्होंने बेटे को खेती करके पढ़ाया है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में ईश्वर गुर्जर को 555वीं रैंक मिली है। इससे पहले 2022 में उनके 644वीं रैंक आई थी।

Ishwar Gurjar 10th fail: 10वीं में ईश्वर गुर्जर हुए थे फेल

10वीं या 12वीं में खराब मार्क्स आए हों या फेल हुए लोगों को निराश नहीं होना चाहिए। इस बात को साबित कर दिखाया है ईश्वर गुर्जर ने। ईश्वर ने बताया कि वह 2011 में 10वीं में फेल हो गए थे। इससे वह इतने निराश हुए कि पढ़ाई छोड़ने चल दिए। तब उनके पिता ने समझाया कि ऐसे हार नहीं मानी जाती। एक बार फेल होने से हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। पिता की बात मानकर वह 2012 में फिर 10वीं की परीक्षा में बैठे और 54% मार्क्स से पास हुए। इसके बाद 12वीं में उनके 68% मार्क्स थे।
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