क्या है दारुल उलूम देवबंद विवाद? क्यों अंग्रेजी सीखने पर रोक लगाने पर हो रही चर्चा
Darul Uloom Deoband Controversy News in Hindi: छात्रों के अंग्रेजी सीखने पर रोक लगाने वाले दारुल उलूम देवबंद के सर्कुलर पर विवाद बढ़ने के बीच, प्रसिद्ध इस्लामिक मदरसा ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा विभाग के प्रभारी मौलाना हुसैन हरद्वारी द्वारा जारी सर्कुलर का 'गलत अर्थ निकाला गया है और जानबूझकर इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।
Darul Uloom Deoband Controversy News in Hindi (image - ians)
Darul Uloom Deoband Controversy News in Hindi: छात्रों के अंग्रेजी सीखने पर रोक लगाने वाले दारुल उलूम देवबंद के सर्कुलर पर विवाद बढ़ने के बीच, प्रसिद्ध इस्लामिक मदरसा ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा विभाग के प्रभारी मौलाना हुसैन हरद्वारी द्वारा जारी सर्कुलर का 'गलत अर्थ निकाला गया है और जानबूझकर इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।' मदरसा को यूपी अल्पसंख्यक आयोग और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के नोटिस के बाद, पार्टी की अल्पसंख्यक शाखा के एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा है कि वह फैक्ट-चेक के लिए मदरसे का दौरा करेंगे।
एक हाथ में कुरान और दूसरे में लैपटॉप: मोदी
पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा के अल्पसंख्यक विंग के प्रभारी जावेद मलिक ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह चाहते हैं कि मुस्लिम छात्रों के एक हाथ में कुरान और दूसरे में लैपटॉप हो। मदरसा छात्रों के बीच प्रगतिशील दृष्टिकोण को सक्षम करने के लिए भाजपा सभी आधुनिक शिक्षा प्रदान कर रही है। हालांकि, जो हम सुनते हैं उसके अनुसार, छात्रों को किसी भी भाषा की पढ़ाई करने से रोकने के मदरसा के प्रयास निंदनीय हैं। हम तथ्यों की जांच के लिए मदरसा जाएंगे।
अंग्रेजी पढ़ने पर निष्कासन
हरद्वारी ने अपने सर्कुलर में छात्रों को संस्थान में नामांकन के दौरान अंग्रेजी पढ़ने से प्रतिबंधित कर दिया और उन्हें चेतावनी दी कि उल्लंघन करने पर निष्कासन हो सकता है। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशरफ सैफी ने कहा, हमने 21 जून को देवबंद मदरसा के अधिकारियों को आयोग के लखनऊ कार्यालय में तलब किया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने संवाददाताओं से कहा कि सहारनपुर प्रशासन के अधिकारियों ने मदरसा के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई नहीं की है।
कानूनगो ने कहा, वे अपराधी हैं। पहले भी हमने फतवों को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया था। यदि सहारनपुर प्रशासन मदरसे के खिलाफ थोड़ी सी भी सख्ती से कार्रवाई करता तो बात कुछ और होती।
अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने कहा
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशरफ सैफी ने कहा कि उन्होंने मदरसा को सहारनपुर के जिलाधिकारी दिनेश चंद्र के माध्यम से लिखा है।
सहारनपुर के जिला अल्पसंख्यक अधिकारी भरत लाल गोंड ने कहा कि उन्हें अभी तक इस मामले की जांच के लिए सरकार से कोई आदेश नहीं मिला है।
इस बीच देवबंद के प्रवक्ता मौलाना एस. रशीदी ने जहर उगलने वालों की आलोचना की।
उन्होंने कहा, देवबंद के छात्रों के लिए बने एक सर्कुलर ने अनावश्यक विवाद खड़ा कर दिया है। देवबंद पिछले 15 सालों से अंग्रेजी और कंप्यूटर के कोर्स चला रहा है। यह सर्कुलर केवल उन छात्रों के लिए था, जो देवबंद से नि:शुल्क शिक्षा, आवास और चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त करते हैं और इस्लामी न्यायशास्त्र का अध्ययन करने के लिए देवबंद में दाखिला लेते हैं। वे आमतौर पर अन्य विषयों के अध्ययन के लिए किसी बाहरी निकाय के साथ नामांकन करते हैं। इसमें गलत क्या है?
मदरसों में केवल 2 प्रतिशत छात्र नामांकित
उन्होंने आगे कहा, बुद्धिजीवियों का एक वर्ग जानबूझकर पूरे मामले को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। मदरसों में केवल 2 प्रतिशत छात्र नामांकित हैं। संविधान अल्पसंख्यकों को भाषा और धर्म के आधार पर शिक्षण संस्थान स्थापित करने की अनुमति देता है। तो कुछ मंत्री बेवजह विवाद खड़ा कर रहे हैं। इस तरह की नफरत फैलाने वाली हरकतें अब राजनीतिक विमर्श का हिस्सा लगती हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एजुकेशन (education News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
JEE Main Admit Card 2025 OUT: जेईई मेन का एडमिट कार्ड जारी, यहां डायरेक्ट लिंक से करें डाउनलोड
BPSC 70th Result 2025: यहां चेक करें बिहार 70वीं परीक्षा का रिजल्ट, फाइनल आंसर की जारी
DU PHD Admission: खुशखबरी! दिल्ली यूनिवर्सिटी में बढ़ेंगी PHD की 25 फीसदी सीटें, ऐसे मिलेगा एडमिशन
Delhi Nursery Admission List 2025: बिग अपडेट! जारी हुई दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी एडमिशन की पहली लिस्ट
DFCCIL Recruitment 2025: इस विभाग में एमटीएस, जूनियर इंजीनियर और एग्जीक्यूटिव के पदों पर बंपर भर्ती, आज से करें आवेदन
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited