Subject After 10th: कक्षा 10वीं के बाद विषय चुनना हुआ आसान, सरकार ने लिया यह फैसला

subject should be chosen after 10th: अक्सर कक्षा 10वीं के बाद छात्रों के सामने यह प्रश्न पहाड़ बनकर सामने आ जाता है कि अब वे 12परीक्षा के रजिस्ट्रेशन के लिए कौन सा विषय चुने? छात्रों को भविष्य को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने मदद करने की पहल की है।

Subject After 10th

10वीं के बाद कौन सा विषय चुनना चाहिए?

10वीं के बाद कौन सा विषय चुनना चाहिए? 10वीं के बाद कौन सा फील्ड आसान है? अक्सर कक्षा 10वीं परीक्षा पास करने के बाद छात्रों के सामने यह प्रश्न पहाड़ बनकर सामने आ जाता है, और यदि सही सग्जेक्ट का चनाव न हो, तो पूरा करियर दांव पर लग सकता है, ऐसे में छात्र 12वीं परीक्षा के पंजीकरण के लिए विषय को चुनते समय बेहद सतर्क रहते हैं, लेकिन जो छात्र खुद से चुनाव नहीं कर सकते हैं वे क्या करें? इसलिए राज्य सरकार ने इस मामले में मदद करने की पहल की है।

करियर काउंसलिंग का होगा आयोजन

राजस्थान के सभी सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 10वीं कक्षा पास करने वाले छात्रों को विषय चयन में मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए करियर काउंसलिंग सत्र आयोजित किया जाएगा। राज्य के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला और शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान की पहल पर स्कूल शिक्षा विभाग 'डायल फ्यूचर' पहल के तहत 28 जून से 5 जुलाई तक सभी जिलों के सरकारी स्कूलों में काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित करेगा।

स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव नवीन जैन ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य छात्रों के करियर के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए उनकी रुचि, क्षमता और दृष्टिकोण के आधार पर उपयुक्त फैकल्टी (विषय)के चयन के बारे में समझ विकसित करना है।

करियर काउंसलिंग कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर ली गई है और छात्रों को पारंपरिक रूप से फैकल्टी चुनने के बजाय करियर विकल्प के अनुसार विषय चुनने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

(IANS इनपुट के साथ)

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एजुकेशन (education News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited