कैसा रहा था गोविंदा का छोटा सा सियासी सफर, 2004 में BJP के इस दिग्गज को हराकर मचाई थी सनसनी

पिछली बार अभिनेता गोविंदा का राजनीति में प्रवेश 2004 में हुआ था। उनका आगाज कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के साथ हुआ था।

Govinda in politics

Govinda Political Journey: 14 साल के लंबे वनवास के बाद अभिनेता गोविंदा ने एक बार फिर सियासत में एंट्री मारी है। लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले उन्होंने सियासत की दूसरी पारी शुरू कर दी। गोविंदा गुरुवार 18 मार्च को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए। इस दौरान उन्होंने 2004 से 2009 के बीच राजनीति में अपने पुराने दौर को याद किया और कहा कि 2010 से 2024 तक वह 'वनवास' में थे।

कहा, वनवास खत्म हुआ

गोविंदा ने कहा, यह वनवास समाप्त हो गया है। गोविंदा ने कहा कि मैंने शिंदे जी के नेतृत्व में राम राज्य में प्रवेश किया है। शिवसेना में शामिल होने के बाद दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा ने कहा कि शिवसेना की स्वच्छ आभा ने मुझे प्रेरित किया। मैंने हमेशा कहा है कि पीएम मोदी बहुत अच्छे इंसान हैं। हमने पिछले 2 वर्षों में यहां (महाराष्ट्र में) उसी स्तर की प्रगति देखी है, जैसी हमने पिछले 10 वर्षों में देश में देखी है। हम राज्य के सौंदर्यीकरण और कला और संस्कृति के विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

गोविंदा का सियासी करियर

पिछली बार अभिनेता गोविंदा का राजनीति में प्रवेश 2004 में हुआ था। उनका आगाज कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के साथ हुआ था। उन्होंने उत्तरी मुंबई लोकसभा सीट से बीजेपी के दिग्गज नेता राम नाइक को 50,000 वोटों से हराया था। इस जीत ने सियासी पंडितों को भी चौंका दिया था। उनकी जीत महत्वपूर्ण इसलिए थी क्योंकि यह सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती थी।

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