बंगाल में जांच एजेंसियों पर हमले को लेकर सियासत गरमाई, TMC-BJP आमने-सामने, पीएम मोदी का ममता सरकार पर हल्लाबोल

पीएम मोदी ने दावा किया कि ईडी ने बंगाल में भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में भ्रष्ट टीएमसी नेताओं की ₹3,000 करोड़ की संपत्ति जब्त की है और जिन लोगों ने पैसा दिया है उन्हें वापस करने के तरीकों पर सुझाव लिए जा रहे हैं।

बंगाल में चुनावी घमासान

TMC vs BJP: पश्चिम बंगाल में केंद्रीय जांच एजेंसियों की टीमों पर हमले ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है। इसे लेकर अब तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने हैं। दोनों पार्टियां के बड़े नेता इस मुद्दे पर एक दूसरे को घेरने में जुटे हैं। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर जबरन वसूली करने वालों और भ्रष्ट नेताओं को बचाने का आरोप लगाया। उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांच एजेंसियों पर ठीक ऐसा ही आरोप लगाया। ममता ने कहा कि जांच एजेंसियां केंद्र के हथियार के रूप में काम कर रही हैं।

पीएम ने बोला टीएमसी पर हमला

वहीं, पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि टीएमसी बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के लिए मुफ्त लाइसेंस चाहती है। टीएमसी दावा किया कि बीजेपी उसके अहम नेताओं को बाहर रखने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के उपयोग के माध्यम से चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है। 2022 के भूपतिनगर विस्फोट मामले की जांच के सिलसिले में छापेमारी के दौरान पूर्वी मिदनापुर जिले में स्थानीय लोगों द्वारा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम पर हमला किए जाने के एक दिन बाद दोतरफा बयानबाजी हुई है।

एनआईए-ईडी टीम पर हुआ हमला

एनआईए ने कहा कि भूपतिनगर में हमले में उसका एक अधिकारी घायल हो गया और एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। इस हमले पर ममता बनर्जी ने कहा कि ग्रामीणों ने आत्मरक्षा में काम किया क्योंकि जांच एजेंसी के अधिकारी शनिवार तड़के कई घरों में घुस गए थे। शनिवार की घटना 5 जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हुए हमले की तरह थी, जब वे राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर की तलाशी लेने गए थे। वहीं, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी एनआईए टीम पर हमले को लेकर ममता सरकार को घेरा।

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