उम्मीदवारों पर BJP नेताओं संग PM Modi का मंथन, चौंका सकते हैं कई नाम, विपक्ष को भी हैरान करेगी रणनीति
निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले ही बीजेपी 543 लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करना चाहती है।
बीजेपी का मंथन
BJP Candidates List: लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की तैयारियां तेज हो गई हैं। खुद प्रधानमंत्री मोदी विचार-मंथन में जुटे हुए हैं। उम्मीदवारों की पहली सूची को अंतिम रूप देने के मकसद से विचार-विमर्श करने के लिए भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक शुक्रवार तड़के खत्म हुई। इसमें प्रधानमंत्री मोदी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इसकी गंभीरता का अंदजा इससे लगाया जा सकता है कि यह बैठक पार्टी मुख्यालय में गुरुवार रात करीब साढ़े 10 बजे शुरू हुई थी और चार घंटे से अधिक समय तक चली। पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत पार्टी के कई नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले ही भाजपा 543 लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करना चाहती है।
कई राज्यों के मुख्यमंत्री हुए शामिल
इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी शामिल हुए। बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी हिस्सा लिया। सूत्रों ने बताया कि भूपेन्द्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान और मनसुख मांडविया सहित कई ऐसे केंद्रीय मंत्रियों को आम चुनाव में मैदान में उतारे जाने की संभावना है जिन्हें पार्टी ने संसद के उच्च सदन के लिए हाल में हुए दोबारा राज्यसभा उम्मीदवार नहीं बनाया।
जल्द आएगी पहली सूची
सूत्रों का कहना है कि दो से तीन दिन में भाजपा की पहली सूची आ सकती है। 10 मार्च से पहले करीब 250 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा सकती है। कई नए चेहरे इस बार चौंका सकते हैं। पार्टी की योजना जल्द से जल्द उम्मीदवार घोषित करने की है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचकर जनसंपर्क कर सकें और बाकी दलों से लीड ली जा सके। संभावना है कि आगामी लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में हो सकते हैं।
कमजोर सीटों पर उम्मीदवारों की पहले घोषणा
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा की रणनीति है कि लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों की कमजोर सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाए। 2019 चुनाव में भाजपा को जिन सीटों हार मिली थी, वहां पर लंबे समय से संगठन को मजबूत किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्रियों की टीमों ने भी ऐसी सीटों का दौरा किया और लोगों से जनसंपर्क बढ़ाया। इससे इन सीटों पर जीत की संभावना बढ़ सकती है। इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पार्टी हर रणनीति पर तेजी से काम करके विपक्ष से लंबी लीड लेना चाहती है।
यूपी की सीटों पर खास चर्चा
बताया जा रहा है कि बैठक में यूपी की सभी 80 सीटों पर खास चर्चा हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक इसमें मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा चुनाव समिति की बैठक में पश्चिमी यूपी की सीटों और समीकरम पर भी फोकस रहा। पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत शीर्ष नेताओं ने कमजोर सीटों पर चर्चा की थी।
बड़े मंत्रियों पर नजर
बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी शिरकत की। इसका अर्थ है कि इन राज्यों के उम्मीदवारों पर चर्चा हुई है। राज्य के नेता सीईसी की बैठक में तभी हिस्सा लेते हैं, जब उनके राज्यों के उम्मीदवारों के नाम पर मंथन होता है। लोकसभा चुनाव में भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान और मनसुख मंडाविया समेत कई केंद्रीय मंत्रियों को भी सीधे मैदान में उतारे जाने की संभावना है। पार्टी ने इन सभी नेताओं को इस राज्यसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था।
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