BJP ने राजस्थान में किया बड़ा प्रयोग, 15 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 7 नए चेहरे; समझिए वजह

BJP First List: राजस्थान विधानसभा चुनावों में जीत के बाद सीएम के चेहरे को लेकर भाजपा ने हर किसी को चौंकाया था। अब लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम को लेकर भी बीजेपी सरप्राइज दे रही है। 15 लोकसभा सीट के लिए भाजपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 7 नए नेताओं का नाम शामिल है। समझिए वजह।

BJP Plan For Rajasthan

राजस्थान के लिए भाजपा का प्लान समझिए।

Rajasthan Politics: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पहली सूची में राजस्थान की कुल 25 लोकसभा सीट में से 15 सीट के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया गया है, लेकिन इन 15 में से सात लोकसभा सीट पर नए चेहरे उतारे जाने से शेष मौजूदा सांसदों का भविष्य भी अधर में दिख रहा है। आगामी आम चुनाव में सभी 25 सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिहाज से हाईकमान के पास ‘चुनाव जीतने की क्षमता’ नामक एक कारक है जो पार्टी के लिए सर्वोपरि है।

राजस्थान की सात सीट पर भाजपा ने नए चेहरों को दिया टिकट

भाजपा ने शनिवार को घोषित पहली सूची में आठ मौजूदा सांसदों को बरकरार रखा है और सात सीट पर नए चेहरों को टिकट दिया है। दो सांसदों के वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सात में से दो सीट पहले से रिक्त थीं। भाजपा की पहली सूची में बीकानेर, चूरू, सीकर, अलवर, भरतपुर, नागौर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, कोटा और झालावाड़-बारां के उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, जबकि अजमेर, भीलवाड़ा, दौसा, गंगानगर, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, झुंझुनू, करौली-धौलपुर, राजसमंद और टोंक-सवाई माधोपुर के लिए टिकटों की घोषणा का इंतजार है।

हनुमान बेनीवाल ने नागौर सीट से 2019 में दर्ज की थी जीत

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 24 सीट जीती थीं और उसके गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने नागौर सीट से जीत दर्ज की थी। इस तरह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजद) ने सभी 25 सीट पर जीत हासिल कर ली थी। बेनीवाल की आरएलपी अब राजग की सहयोगी नहीं है और वह खुद वर्तमान में विधायक हैं।

ओम बिरला समेत इन सांसदों को फिर बनाया गया उम्मीदवार

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपने दम पर सभी 25 सीट पर जीत दर्ज की थी। भाजपा ने पहली सूची में तीनों केंद्रीय मंत्रियों - गजेंद्र सिंह शेखावत (जोधपुर), अर्जुन मेघवाल (बीकानेर) और कैलाश चौधरी (बाड़मेर) के साथ-साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (कोटा-बूंदी), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.पी. जोशी को बरकरार रखा है। लेकिन सी पी जोशी (चित्तौड़गढ़), सुमेधानंद सरस्वती (सीकर), पीपी चौधरी (पाली) और दुष्यंत सिंह (झालावाड़-बारां) का टिकट दिया गया है।

भाजपा के इन सांसदों का कट गया टिकट, जान लें नाम

जिन मौजूदा सांसदों के टिकट काटे गए हैं उनमें राहुल कस्वां (चूरू), रंजीता कोली (भरतपुर), देवजी पटेल (जालौर), अर्जुन लाल मीणा (उदयपुर) और कनकमल कटारा (बांसवाड़ा) शामिल हैं, पिछले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव में भाजपा नेता बाबा बालक नाथ के जीतने पर अलवर सीट खाली हुई है। इसी तरह आरएलपी के हनुमान बेनीवाल के विधायक बनने पर नागौर सीट खाली हुई है।

राजेंद्र राठौड़ के बीच मतभेद के चलते कस्वां का कटा टिकट

चूरू से दो बार के सांसद राहुल कस्वां और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच मतभेद साफ नजर आ रहे थे और माना जा रहा है कि अंदरूनी कलह के कारण ही उनका टिकट काटा गया है। विधानसभा चुनाव में राठौड़ की हार के लिए कस्वां को जिम्मेदार ठहराया गया था। चूरू सीट पर राहुल कस्वां की जगह पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझड़िया को नये चेहरे के रूप में टिकट दिया गया है, जबकि देवजी पटेल, जो 2023-विधानसभा चुनाव हार गए थे, की जगह लुंबाराम चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है।
इसी तरह पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुईं ज्योति मिर्धा को नागौर सीट से टिकट मिला है। टिकट पाने वाले अन्य नए लोगों में महेंद्रजीत सिंह मालवीय (बांसवाड़ा), मन्नालाल रावत (उदयपुर) और रामस्वरूप कोली (भरतपुर) का नाम शामिल है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री मालवीय भी हाल ही में भाजपा में शामिल हुए थे। बाबा बालकनाथ के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई अलवर सीट पर पार्टी ने राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को टिकट दिया है।

भाजपा ने 25 लोकसभा सीट जीतने का लक्ष्य रखा

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि टिकट तय करने के लिहाज से पार्टी के लिए ‘जीतने की क्षमता’ ही एकमात्र मानदंड है। पार्टी ने सभी 25 लोकसभा सीट जीतने का लक्ष्य रखा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राष्ट्रीय स्तर पर राजग 300 सीट के आंकड़े को पार कर जाए। उन्होंने बताया कि ‘जीतने की क्षमता’ का आकलन करने के लिए सर्वेक्षणों और विभिन्न स्तरों पर प्राप्त ‘फीडबैक’ और अन्य विभिन्न मानदंडों के तहत सांसद के व्यक्तिगत प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया है और उसी के आधार पर टिकट तय करने की कवायद की गई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बाकी सीट पर इस हफ्ते फैसला ले लिया जाएगा। शेष 10 सीट में से दो, जयपुर ग्रामीण और राजसमंद भाजपा सांसद राज्यवर्धन राठौड़ और दीया कुमारी के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई हैं। इन सीट पर नए चेहरों को टिकट दिया जाएगा। अजमेर सीट से सांसद भागीरथ चौधरी और झुंझुनू से सांसद नरेंद्र कुमार विधानसभा चुनाव हार गए थे और संभावना है कि उन्हें बदला जा सकता है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था और उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए टिकट मिलने की संभावना है। कयास लगाए जा रहे हैं कि राजेंद्र राठौड़ को राजसमंद से टिकट मिल सकता है और पूनिया को अजमेर या जयपुर ग्रामीण सीट से मैदान में उतारा जा सकता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | इलेक्शन (elections News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited