Chhattisgarh election result 2023: चुनावी रण में भतीजे से पिछड़ रहे सीएम भूपेश बघेल, पहले भी दिख चुका है चाचा-भतीजा का मुकाबला
Chhattisgarh Chunav Election Result 2023: शुरुआती रुझानों में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। लेकिन सबसे दिलचस्प मुकाबला राज्य की पाटन विधानसभा सीट पर देखने को मिल रहा है। इस सीट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनावी मैदान में हैं और लगातार पिछड़ रहे हैं।
Chhattisgarh Chunav Election Result 2023: छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। लेकिन सबसे दिलचस्प मुकाबला राज्य की पाटन विधानसभा सीट (Patan Vidhansabha Seat) पर देखने को मिल रहा है। इस सीट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनावी मैदान में हैं और लगातार पिछड़ रहे हैं। सबसे रोचक बात ये है कि भूपेश बघेल (Bhupesh Bahghel) अपने भतीजे विजय बघेल से चुनावी समर में पिछड़ते हुए नजर आ रहे हैं। बीजेपी ने भूपेश बघेल के खिलाफ विजय को बघेल को चुनावी में रण में उतारा और शुरुआती रुझान में वो भारी पड़ते नजर आ रहे हैं।
कांटे की टक्कर
तीन राउंड की वोटों की गिनती के बाद भूपेश बघेल पीछे नजर आ रहे हैं। हालांकि, वो शुरुआती गणना में आगे चल रहे थे। दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। विजय बघेल दुर्ग से बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं और दोनों के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता 2008 और 2013 में चुनावों देखने को मिल चुकी है। लेकिन तब भूपेश बघेल विजय बघेल पर भारी पड़े थे।
पांच बार के विधायक हैं भूपेष बघेल
साल 1993 के बाद से पाटन से लगातार पांच जीत के साथ भूपेश बघेल के ट्रैक रिकॉर्ड ने उनकी किसान समर्थक नीतियों और कोविड-19 संकट के प्रभावी प्रबंधन के साथ, एक मजबूत दावेदार के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत किया है। हालांकि, दुर्ग क्षेत्र में विजय बघेल की लोकप्रियता और युवाओं के बीच अपनी अपील से वो एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरे हैं।
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 68 सीटें जीतकर सत्ता पर काबिज हुई थी और भूपेश बघेल सीएम बने थे। बीजेपी महज 15 सीटों पर सिमट गई, जबकि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और बहुजन समाज पार्टी को क्रमश: पांच और दो सीटें मिली थीं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | इलेक्शन (elections News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
रोहित ओझा Timesnowhindi.com में बतौर सीनियर कॉरस्पॉडेंट सितंबर 2023 से काम कर रहे हैं। यहां पर ...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited