दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करती हुई आतिशी
मुख्य बातें
- केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी बनी है नई सीएम
- आज ही सीएम पद की शपथ ली है आतिशी
- शपथ लेने के बाद आतिशी ने की पहली क्रांफ्रेंस
दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम आतिशी ने अपनी पहली ही प्रेस कांफ्रेंस में कई बड़े ऐलान कर दिए हैं। आतिशी ने अपनी प्राथमिकता में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को फिर से सीएम की कुर्सी पर बैठाने की बात कही है। साथ ही आतिशी ने कहा कि अगर दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को दोबारा से मौका नहीं देती है, तो बीजेपी दिल्ली में मिल रही मुफ्त सुविधाओं को खत्म कर देगी।
केजरीवाल का गुणगान
आतिशी ने कहा कि यह उनके लिए एक “भावनात्मक दिन” है क्योंकि केजरीवाल मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहेंगे। मुख्यमंत्री ने केजरीवाल को अपना “गुरू” बताया और उन्हें यह अवसर देने के लिये धन्यवाद देते हुए कहा, “मेरे लिए यह बहुत भावुक क्षण है क्योंकि वे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। उन्होंने हर व्यक्ति का दर्द समझा। उन्होंने लोगों के लिए मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया, सरकारी स्कूलों के छात्रों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा का प्रावधान लाये। भाजपा ने उन्हें झूठे मामले में फंसाया और उन्हें तोड़ने की हरसंभव कोशिश की।”
बीजेपी पर साधा निशाना
अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आतिशी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री बनें ताकि मुफ्त बिजली और पानी जैसी मुफ्त सेवाएं जारी रहें। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर केजरीवाल सरकार के तहत लोगों को मिल रही सुविधाओं को रोकने का प्रयास करने का आरोप लगाया। आतिशी ने कहा, “मैं आपको आश्वासन देती हूं कि चूंकि केजरीवाल अब जेल से बाहर आ गए हैं, इसलिए हम भाजपा की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे।”
आतिशी के सामने चुनौती ही चुनौती
मुख्यमंत्री आतिशी के नेतृत्व में शनिवार को शपथ लेने वाले दिल्ली के नए मंत्रिमंडल के पास लंबित परियोजनाओं, योजनाओं और अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शुरू की जाने वाली नयी पहल की एक लंबी सूची है। आतिशी को दिल्ली सरकार के कामकाज में तेजी लाने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रमुख परियोजनाएं तथा योजनाएं फिर से पटरी पर आ जाएं, जो उनके पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल के कारावास के कारण महीनों तक धीमी रही थीं। आबकारी नीति मामले में केजरीवाल की पांच महीने की न्यायिक हिरासत के कारण आम आदमी पार्टी (आप) सरकार धन की कमी की वजह से सड़क, जलापूर्ति, सीवर और दवाओं सहित मूलभूत सेवाओं और बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए संघर्ष कर रही है, जैसा कि पार्टी नेताओं ने दावा किया है। आतिशी को अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद पर अपने संक्षिप्त कार्यकाल के दौरान इन मुद्दों से निपटना होगा। इसके अलावा, उन्हें प्रस्तावित ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के तहत दिल्ली में पात्र महिलाओं को 1,000 रुपये का मानदेय प्रदान करने के केजरीवाल के वादे को लागू करना भी सुनिश्चित करना होगा।